एजेंसियां/न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने आज (16 अगस्त 2023) कहा कि ईरान (Iran) के खिलाफ प्रतिबंध और खाड़ी में अमेरिकी सेना की बढ़ी हुई मौजूदगी इस बात का सबूत है कि वाशिंगटन (Washington) ने हाल ही में नकदी के बदले बंदी समझौते के बावजूद तेहरान के गैर जिम्मेदाराना के खिलाफ लगातार दबाव बना रहा है। राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने उस समझौते का बचाव किया, जिसके तहत गलत तरीके से हिरासत में लिये गये पांच अमेरिकियों की रिहाई के बदले में अरबों डॉलर की ईरानी फंड को रोक दिया जायेगा और ईरानी कैदियों को आज़ाद कर दिया जायेगा।
ब्लिंकन ने आगे कहा कि, “संयुक्त राज्य अमेरिका के पास ईरानी फंडों की अहम निगरानी और विजिबिलिटी होगी, जो कि सौदे के हिस्से के तौर पर अनफ्रीज हो सकते हैं।
ब्लिंकन ने ये भी कहा कि समझौते के बाद ईरान (Iran) को लेकर बिडेन प्रशासन की नीति नहीं बदली है और अमेरिका दबाव और कूटनीति की अपनी रणनीति को लागू करना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि वो समझौते के ऐलान के 24 घंटे से भी कम समय में जारी की गयी रिपोर्टों की पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि ईरान ने वेपन ग्रेड एनरिच यूरेनियम (Weapon Grade Enriched Uranium) तेजी से जमा करने की रफ्तार धीमी कर दी है और साथ ही अपने यूरेनियम भंडार को कम कर दिया है।
जेल से रिहा किये गये और ईरान के अंदर एक होटल में नजरबंद किये गये पांच अमेरिकी बंदियों में सियामक नमाज़ी, इमाद शार्गी और मोराद तहबाज़ (Imad Shargi and Morad Tahbaz) शामिल हैं। ब्लिंकन ने दावा किया कि उन्होंने बीते सोमवार (14 अगस्त 2023) को उनके परिवारों से बात की थी।
जहां तक अमेरिका के वैध स्थायी निवासी (एलपीआर) शहाब दलिली (Shahab Dalili) का सवाल है, जिन्हें ईरान ने सात साल तक हिरासत में रखा है, ब्लिंकन ने कहा कि वो गोपनीयता के मामलों की वज़ह से इससे जुड़ी जानकारियां साझा नहीं कर सकते है, लेकिन उन्होंने कहा कि अमेरिका लगातार इस बात की समीक्षा कर रहा है कि दूसरे देश में किसे गलत तरीके से हिरासत में लिया गया है।
बता दे कि शहाब दलिली अपने पिता के मामले पर ध्यान खींचने के लिये और ईरान के साथ हालिया समझौते का हिस्सा बनने की मांग करने के लिये व्हाइट हाउस (White House) के सामने धरना और भूख हड़ताल कर रहा है।