एजेंसियां/न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): हाल ही में लड़ाकू अमेरिकी स्टेल्थ विमान F-35 उड़ान के दौरान गायब हो गया है, जिसके बाद अमेरिकी सेना (US Army) को इस लापता विमान को ढूढ़ने के लिये आम लोगों से मदद मांगनी पड़ी। आमतौर पर अमेरिकी सेना इस तरह की गुज़ारिश नहीं करती है, लेकिन मामला कई मिलियन डॉलर वाले खास तकनीक से लैस स्टेल्थ जेट का है, इसलिये अमेरिकी सेना किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है।
विमान को अमेरिकी अधिकारियों ने मामले को दुर्घटना करार दिया, बता दे कि बीते रविवार (17 सितंबर 2023) को दक्षिण कैरोलिना (South Carolina) के दक्षिणपूर्वी राज्य में उस F-35 को उड़ा रहा पायलट विमान से बाहर निकल गया। वो बच गया और उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत स्थिर है। फिलहाल पायलट का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है।
हालांकि अब अमेरिकी सेना को महंगी समस्या का सामना करना पड़ा रहा है, उसे जेट अभी तक नहीं मिल सका है, जिसके चलते ज्वाइंट बेस चार्ल्सटन (Joint Base Charleston) को स्थानीय निवासियों से मदद माँगनी पड़ी। मदद की गुहार लगाते हुए ज्वाइंट बेस चार्ल्सटन की ओर से संदेश जारी करते हुए कहा गया कि-“अगर आपके पास कोई जानकारी है जो हमारी रिकवरी टीमों को एफ-35 का पता लगाने में मदद कर सकती है तो कृपया बेस डिफेंस ऑपरेशंस सेंटर को कॉल करें।”
मामले को लेकर बेस अधिकारियों ने कहा कि वो चार्ल्सटन शहर के उत्तर में दो झीलों के आसपास फेडरल एविएशन रेगुलेटर्स के साथ कोर्डिनेट करके F-35 को लगातार खोज कर रहे है। इलाके में मौसम में सुधार के बाद दक्षिण कैरोलिना लॉ एंफोर्समेंट डिवीजन का एक हेलीकॉप्टर भी खोज अभियान में शामिल हो गया।
सामने आ रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के साथ उड़ान भर रहा दूसरा F-35 का पायलट संयुक्त बेस चार्ल्सटन में सुरक्षित लौट आया। विमान और पायलट ब्यूफोर्ट (Beaufort) में समुद्री लड़ाकू हमला प्रशिक्षण स्क्वाड्रन 501 के साथ अटैच थे, जो कि दक्षिण कैरोलिना के अटलांटिक (Atlantic) तट से ज्यादा दूर नहीं है। लापता विमान अमेरिकी मरीन कोर्प्स (US Marine Corps) का था।
बता दे कि F-35 लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) की ओर से बनाया गया लड़ाकू विमान है, जिसकी लागत लगभग 80 मिलियन डॉलर है।