एजेंसियां/न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): बाइडेन प्रशासन के गुरूवार (20 अक्टूबर 2022) को कहा कि अमेरिका (America) के पास इस बात के सबूत हैं कि ईरान (Iran) यूक्रेन के क्रीमिया (Crimea) में रूस को ड्रोन हमलों में मदद करने के लिये सेना भेज रहा है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर हाल ही में बड़े पैमाने पर कामिकाज़े ड्रोन (Kamikaze Drone) से हमले किये गये थे। इन ड्रोनों के रूस ने तैनात किया था और कथित तौर पर ईरान ने इसे बनाया था।
व्हाइट हाउस (White House) की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी (John Kirby) ने एक टेलीकॉन्फ्रेंस में मीडिया से कहा कि, “ईरान ने ट्रेनरों और टैक्निकल टीम को रूसी इलाके में भेजा है ताकि ईरान में बने ड्रोन शाहिद-136 का बेहतर और घातक इस्तेमाल जंग में किया जा सके। हम मोटा अनुमान हैं कि ईरानी सैन्यकर्मी क्रीमिया में जमीन पर थे और इन जंगी मोर्चों पर उन्हें रूस की खासा मदद की। तेहरान अब सीधे जमीन पर और हथियारों जरिये यूक्रेन में नागरिकों और बुनियादी ढांचे को तबाह करने में क्रेमलिन (Kremlin) का हर मुमकिन मदद दे रहा है।”
बता दे कि लंबे समय से रूसी सेना को इन ड्रोनों को ऑपरेट करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, यही वजह है कि ईरानी सैनिकों को उनकी मदद के लिये भेजा गया है।
किर्बी ने आगे कहा कि, “ड्रोन के सिस्टम खुद नाकामियों का सामना कर रहे थे। ड्रोन के एवियोनिक्स (Drone’s Avionics) और हथियार प्रणालियों उम्मीदों के मुताबिक काम नहीं कर रहे थे जैसा कि मास्को (Moscow) को उम्मीद थी। नतीजतन ईरानियों ने रूसियों की मदद के लिये अपने सैनिकों को भेजने का फैसला किया।”
क्रीमिया में ईरानियों की तादाद के बारे में पूछे जाने पर किर्बी ने कहा कि, “मेरे पास ईरानी सैनिकों की नफरी से जुड़ी जानकारी नहीं है … हम जो जानते हैं उसके मुताबिक वो काफी कम तादाद में है।”
बता दे कि इससे पहले सामने आयी रिपोर्टों में कहा गया था कि रूसी सैनिक शुरू में ड्रोन ट्रेनिंग लेने के लिये ईरान गये थे।
किर्बी और विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने बताया कि मास्को ने यूक्रेन में ऐसे कई ड्रोन तैनात किये गये हैं। रूस को अब तक दर्जनों यूएवी (मानव रहित हवाई वाहन) मिले हैं। और मुमकिन तौर पर आने वाले कल में उन्हें कई और शिपमेंट भी हासिल हो सकते है।
ईरानी ड्रोन हमलों ने यूक्रेन के बिजली स्टेशनों के एक तिहाई हिस्से को तबाह कर दिया है, यूक्रेनी लोगों को अंधेरे में छोड़ दिया है और बिजली के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है। किर्बी ने गोला-बारूद की घटती सप्लाई को देखते हुए ईरान द्वारा रूस को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल भेजने के मामले में प्रशासन की चिंताओं को भी उठाया।
इस मुद्दे पर जॉन किर्बी ने कहा कि “इसके अलावा रूस की चल रही हथियारों की सप्लाई की कमी हमारे संज्ञान में है। हम चिंतित हैं कि रूस ईरान से उन्नत पारंपरिक हथियार जैसे सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें हासिल करने की कोशिश कर सकता है, जो कि निश्चित रूप से यूक्रेन के खिलाफ जंगी मैदान में इस्तेमाल की जायेगी।”