एजेंसियां/न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन (US Secretary of State Antoine Blinken) ने चीनी अधिकारियों को झिंगजिंयान में उईगर, ताइवान, सिंगापुर और चीनी हैकरों के पेंटागन में साइबर जैसे मुद्दों पर खुली चेतावनी दी। अमेरिकी विदेश मंत्री के मुताबिक इन मुद्दों को लेकर चीन का रवैया स्थापित अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप नहीं है। ऐसे में ड्रैगन को अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का सम्मान करते हुए इसका पालन करना होगा। नहीं तो उसे करारी सामरिक जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक विदेश मंत्री ने ये बयान अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के साथ हुई चीनी समकक्षों की मुलाकात (Chinese counterparts meeting) के दौरान दिया।
दोनों देशों के बीच बढ़ रहे तनाव को कम करने के लिए पहली बार शांति द्विपक्षीय वार्ता अलास्का में आयोजित की गयी। जहां दोनों बीजिंग और वाशिंगटन के बीच अलास्का में पहली बार हाई लेवल मीटिंग चल रही है। एंटोनी ब्लिंकेन ने आगे कहा कि, वैश्विक शांति और स्थिरता (Global peace and stability) बनाये रखने के नियम, बचाव और रक्षा करने के लिए है। अगर इनका उल्लंघन किया गया तो दुनिया तबाही के कगार पर खड़ी होगी। ड्रैगन की हरकतें अमेरिका के दोस्तों के खिलाफ लगातार दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। जिसने अंतरराष्ट्रीय कानूनों पर आधारित शांति प्रणाली के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। इसके तहत सभी मुद्दे खुले हैं, किसी को भी आंतरिक मामला नहीं कहा जा सकता। अगर चीन इसे आंतरिक मामला बताकर दुनिया को हस्तक्षेप ना करने की बात कहता है तो ये पूरी तरह बेमानी है।
एंटोनी ब्लिंकेन ने आगे कहा कि, अमेरिका बेहद जिम्मेदार मुल्क है। हम बहुपक्षीय हितों को आगे बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित व्यवस्था का पालन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसे मजबूत करना हमारी कूटनीति का अहम हिस्सा है। इस व्यवस्था को अमलीजामा पहनाकर हमने शांति से कई मतभेदों का को हल किया है। साथ ही ये काफी असरदार ढंग से मल्टीलेटरल प्रयासों (Multilateral efforts) का शानदार कोआर्डिनेशन करता है। इस व्यवस्था की प्रासंगिकता और वैश्विक वाणिज्यिक हिस्सेदारी का सभी देश समान रूप से पालन करते हैं। इसकी अवहेलना करने से अंतर्राष्ट्रीय ताना-बाना हिंसात्मक रूप से बदल सकता है। ऐसे में चीन से इसका पालन करने की सख्त दरकार है।
गौरतलब है कि पूर्वी और दक्षिणी चीन में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने काफी खतरनाक ढंग से मानव अधिकारों को कुचला है। शिनजियांग में उईगर मुसलमानों के खिलाफ हो रही ज़्यादतिय़ों को लेकर जो बाइडेन प्रशासन खासतौर पर संजीदा रवैया अख्तियार कर रहा है। अमेरिका के मुताबिक उईगर मुसलमानों का नरसंहार अंतर्राष्ट्रीय पटल पर वैश्विक चिंता का मसला है। इसके साथ ही हांगकांग में चीन की दमनकारी राष्ट्रीय कानून नीति से वहां की शहरी चुनावी व्यवस्था भी लगभग चरमरा गई है। जिसके लिए उसने ड्रैगन को कई मौकों पर अंतरराष्ट्रीय मंचों से फटकार लगाई।