न्यूज डेस्क (समर्थ गौड़): पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने आज (7 अप्रैल 2023) लोगों से कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Khalistan supporter Amritpal Singh) के आत्मसमर्पण की अफवाहों और फर्जी खबरों पर विश्वास न करने की गुज़ारिश की। आज एक मीडिया रिपोर्ट का जवाब देते हुए पंजाब पुलिस ने अपने एक ट्वीट में कहा कि, “ये फर्जी खबर है और तथ्यात्मक रूप से गलत है। कृपया साझा करने से पहले तथ्य की जांच करें। अफवाहें और फर्जी खबरें न फैलायें।”
बता दे कि वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) प्रमुख अमृतपाल 18 मार्च से फरार है, जिस दिन पंजाब पुलिस ने उसके लिये बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी अभियान चलाया था। इन अटकलों के बीच कि कट्टरपंथी उपदेशक के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर (Golden Temple of Amritsar) में आत्मसमर्पण करने की संभावना है, पुलिस उपायुक्त कानून और व्यवस्था परमिंदर सिंह भंडाल ने पिछले शनिवार (1 अप्रैल 2023) को कहा था कि अगर भगोड़ा खालिस्तानी नेता आत्मसमर्पण करना चाहता है, तो वो कानून के मुताबिक उसे इसकी सुविधा देंगे। इसी मुद्दे पर उन्होनें कहा कि- “हम अमृतसर में लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। अभी हम ट्रैफिक मैनेजमेंट पर ज्यादा ध्यान लगाये हुए है क्योंकि बैसाखी नजदीक है। अगर अमृतपाल आत्मसमर्पण करना चाहता है तो हम उसकी हरमुमकिन करने के लिए तैयार हैं।”
बता दे कि इससे पहले एक वीडियो में भगोड़े उपदेशक को कथित तौर पर ये कहते हुए सुना गया था कि वो भगोड़ा नहीं था, वो जल्द ही दुनिया के सामने आयेगा। फिलहाल इस वीडियो की सच्चाई को लेकर तरह तरह के कयास लगाये जा रहे है, जिसकी जांच बाकी है।
अपने दूसरी वीडियो में अमृतपाल ने कहा था कि “मैंने लोगों को संबोधित करते हुए एक वीडियो अपलोड किया है। कई लोग ये सोच रहे है कि वीडियो पुलिस हिरासत में शूट किया गया था। मैं कैमरे का सामना करते हुए और बोलते हुए नजरें इधर उधर कर रहा हूँ। जिस किसी ने भी मेरे पहले के वीडियो देखे हैं, उन्हें पता होगा कि मैं ज्यादा बात नहीं करता हूं। कैमरे को देखते हुए”।
अमृतपाल ने आगे कहा कि- “जो लोग सोचते हैं कि मैं भाग गया या अपने दोस्तों को छोड़ दिया, उन्हें अपने दिमाग से ये बात निकाल देनी चाहिए। जल्द ही मैं दुनिया के सामने पेश होऊंगा। मैं उस तरह का शख्स नहीं हूं जो विदेश भाग जायेगा और वीडियो डालेगा।”