न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): पंजाब पुलिस वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के खिलाफ कार्रवाई के चौथे दिन भी दबिश और छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। इस बीच भारत सरकार (Indian government) ने ट्विटर पर खालिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाये हैं।
पंजाब में अधिकारियों ने भगोड़े अमृतपाल सिंह को पकड़ने के अपने प्रयासों को जारी रखा हुआ, वहीं दूसरी ओर भारत सरकार ने ट्विटर पर कई खालिस्तान समर्थक हैंडल के ट्विटर खातों को ब्लॉक करने के लिये काम किया, जिसमें समूह और लोग शामिल हैं।
भारत में हटाये गये खालिस्तानी समर्थक (Khalistani Supporters) ट्विटर खातों में कनाडाई कवि रूपी कौर, स्वैच्छिक संगठन यूनाइटेड सिख (United Sikh) और कनाडा के कार्यकर्ता गुरदीप सिंह सहोता (Gurdeep Singh Sahota) का ट्विटर अकाउंट खासतौर से शामिल है। इन खातों को भारत में अस्थायी तौर पर ब्लॉक कर दिया गया है।
अगर आप इन ट्विटर खातों को भारत से एक्सेस करने की कोशिश करते हैं, स्क्रीन पर आप लिखा पायेगें कि इन खातों को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है। इस दौरान जगमीत सिंह (Jagmeet Singh) के अकाउंट को ब्लॉक करना अहम रहा क्योंकि वो अपनी भारत विरोधी बयानों के लिये जाने जाते हैं।
भारत में खालिस्तानी समर्थक ट्विटर खातों को ब्लॉक करने के तुरंत बाद कई खालिस्तानी समर्थकों ने अमृतपाल सिंह के समर्थन में चार देशों – यूके, यूएस, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया (Canada and Australia) में नारे लगाये और भारतीय वाणिज्य दूतावास (Indian Consulate) के खिलाफ विरोध किया।
इन देशों में भारत विरोधी प्रदर्शनों ने इन देशों की सरकारों से एक बड़ी प्रतिक्रिया को जन्म दिया, जिन्होंने कहा कि वो हमेशा खालिस्तानी विरोधों के बावजूद भारत के साथ राजनयिक संबंध बनाये रखने की दिशा में लगातार काम करेंगे।
खालिस्तानी समर्थकों ने बीते रविवार (19 मार्च 2023) को लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ की। लंदन में तोड़फोड़ के बाद खालिस्तानी समर्थकों ने कथित तौर पर सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया। समर्थकों के कार्यालय का दरवाजा तोड़ने और जबरन घुसने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया।
भीड़ ने खालिस्तानी झंडे लहराये और भारतीय उच्चायोग से भारतीय तिरंगे को उतारते हुए अमृतपाल सिंह के समर्थन में नारे लगाये। इस घटना पर भारतीय अधिकारियों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिन्होंने खालिस्तानी झंडे के बदले बड़े तिरंगे को फिर से मौके पर फहराया।
खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के खिलाफ अभियान के चौथे दिन होने के साथ ही पंजाब में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं रोकी गयी हैं क्योंकि पुलिस ने सिंह के अगुवाई वाले कट्टरपंथी संगठन वारिस पंजाब दे के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।