न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिये विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिकल के फैकल्टी मेम्बर डॉ जितेंद्र कुमार (School of Medical faculty member Dr. Jitendra Kumar) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रोफेसर ने कथित तौर पर कक्षा में स्लाइड शो दिखाया था, जिसमें उन्होंने “बलात्कार का पौराणिक संदर्भ” दिया।
प्रोफेसर ने कथित तौर पर भारत में बलात्कार, इसके ऐतिहासिक और धार्मिक संदर्भ के बारे में पढ़ाया। लेक्चर के दौरान एक स्लाइड में “ब्रह्मा का अपनी बेटी के साथ बलात्कार की कहानी”, इंद्र का ऋषि गौतम का रूप बनाकर शीलभंग करना और तुलसी विवाह: भगवान विष्णु द्वारा राजा जालंधर की पत्नी का बलात्कार करने की कहानी के बारे में बात की गयी थी। इसमें निर्भया रेप, मथुरा रेप केस (Mathura Rape Case) और हिंदू परंपराओं के अनुसार अलग-अलग तरह की शादियों के बारे में भी बताया गया था।
इस कथित लेक्चर की निंदा करने के लिये कई छात्रों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया। काफी हंगामे के बाद एएमयू प्रशासन और चिकित्सा संकाय (AMU Administration and Faculty of Medicine) ने अपने आधिकारिक बयान में स्लाइड शो की कड़ी निंदा की और डॉ जितेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
कारण बताओ नोटिस में ये दावा करते हुए कि स्लाइड ने छात्रों, कर्मचारियों और नागरिकों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। प्रोफेसर को जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया। विश्वविद्यालय ने इस तरह की घटना दोबारा न हो इसके लिये कदम उठाने के लिये दो सदस्यीय जांच समिति भी गठित की। बता दे कि डॉ. जितेंद्र कुमार ने बिना शर्त माफी मांगी है।
इस बीच बता दे कि हाल ही में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के एक प्रोफेसर ने हिंदू भगवान राम की एक पेंटिंग पर अपनी छवि लगा दी थी। उन्होंने पेंटिंग में हिंदू देवी सीता की छवि को अपनी पत्नी की छवि के साथ बदल दिया और इसे विश्वविद्यालय में एक प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया।