नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): सागर राणा की मौत के मामले में फरार पहलवान सुशील कुमार (wrestler Sushil Kumar) को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सुशील कुमार को राष्ट्रीय राजधानी के मुंडका इलाके से एक सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया गया। वो लगातार 18 दिनों से दिल्ली पुलिस की पकड़ से फरार चल रहे थे। छत्रसाल स्टेडियम में 23 वर्षीय सागर राणा की हत्या के मामले में इंस्पेक्टर शिवकुमार, इंस्पेक्टर करमबीर और एसीपी अत्तर सिंह के नेतृत्व में स्पेशल सेल की एक टीम ने सुशील कुमार और अजय को गिरफ्तार किया। नीरज ठाकुर, स्पेशल सीपी-स्पेशल सेल ने समाचार एजेंसी एएनआई को इस खब़र की पुष्टि की।
गौरतलब है कि ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने 4 मई को छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में एक विवाद के दौरान 23 वर्षीय पूर्व जूनियर राष्ट्रीय चैंपियन को कथित तौर पर पीट-पीट कर मार डाला था। सागर राणा सीनियर राष्ट्रीय शिविर का भी हिस्सा थे। 4 मई की रात 97 किलोग्राम ग्रीको-रोमन कैटेगिरी (Greco-Roman Category) में खेलने वाले सागर की छत्रसाल स्टेडियम के बाहर दो गुटों के बीच हाथापाई में हत्या कर दी गई थी। छत्रसाल स्टेडियम में ही सुशील कुमार के ससुर सतपाल सिंह ट्रेनिंग सेन्टर चलाते है। खबरों के मुताबिक सागर को उसके दोस्तों सोनू महल और अमित कुमार के साथ हॉकी स्टिक और बेसबॉल बैट से पिटाई की गयी थी। इस घटना में उन्हें 20 लोगों ने कथित तौर पर पीटा था।
अगले दिन बुधवार (5 मई 2021) की सुबह सागर ने दम तोड़ दिया, जबकि उस दौरान सोनू और अमित का बीजेआरएम अस्पताल में इलाज चल रहा था।पुलिस जांच में कहा गया है कि सागर और उसके दोस्त स्टेडियम के पास कथित तौर पर सुशील के घर में किराएदार थे। सागर किराए का भुगतान करने में नाकाम रहा, इसलिये उसे खाली करने के लिए कहा गया था। इससे दोनों के बीच मारपीट हो गई। सागर ने आखिरकार सुशील का घर चार महीने पहले घर छोड़ दिया, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर सुशील की लोगों के बीच आलोचना की। द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक इस बात से सागर और सुशील के बीच तनाव गहरा हो गया। सागर ने खुलेतौर पर सुशील को बदमाश हो, जिससे उनकी छवि खराब हो रही थी। जिसके कारण दोनों के बीच रंजिश ठन गयी।
मारपीट के बाद से सुशील कुमार और उसका साथी अजय फरार है। उन्हें मेरठ और पंजाब में स्पॉट किया गया। सुशील कुमार ने अग्रिम जमानत के लिए अर्जी भी दी थी। हालाँकि दिल्ली पुलिस द्वारा इसे ठुकराने का अनुरोध करने के बाद, नई दिल्ली की रोहिणी अदालत ने मंगलवार को दो बार के ओलंपिक पदक विजेता की अग्रिम जमानत याचिका (Anticipatory bail petition) खारिज कर दी। सुशील कुमार की अग्रिम जमानत को खारिज करते हुए न्यायाधीश ने तर्क दिया कि “आरोपियों के खिलाफ आरोप गंभीर प्रकृति के हैं। अब तक की जांच के रिकॉर्ड से पता चलता है कि प्रथम दृष्टया आरोपी मुख्य साजिशकर्ता है।”
इसके अलावा न्यायाधीश ने कहा: “जांच अभी भी चल रही है और कुछ आरोपी व्यक्तियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। आरोपियों के खिलाफ NBWS [गैर-जमानती वारंट] पहले ही जारी किया जा चुका है। अदालत इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर रही है। न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किये गये तथ्यों की बुनियाद पर अदालत अग्रिम जमानत देने के लिए इच्छुक नहीं है।