न्यूज डेस्क (एकता सहगल): रेलवे ने अपने नेटवर्क में प्लेटफॉर्म टिकट (Platform ticket) की कीमत 10 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दी है। नए नोटिफिकेशन के मुताबिक प्लेटफ़ॉर्म टिकट के साथ लोकल किराये में भी 10 रुपये से लेकर 30 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। रेलवे द्वारा कथित तौर पर ‘बेवजह यात्रा को हतोत्साहित’ करने के लिए छोटी दूरी की यात्री ट्रेनों के किराये में बढ़ोत्तरी का ऐलान हाल ही में कुछ हफ़्ते पहले किया गया था।
बीते बुधवार को मुंबई महानगर क्षेत्र में कुछ प्रमुख स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतें 50 रुपये निर्धारित की गयी। महाराष्ट्र सरकार ने आगामी गर्मियों के मौसम के मद्देनज़र ये बड़ा कदम उठाया ताकि रेलवे स्टेशनों पर ज़्यादा भीड़भाड़ रोकी जा सके। कोरोना महामारी को देखते हुए प्लेटफ़ॉर्म टिकट की नयी दरें 24 फरवरी 2021 को लागू हुई और ये इसी साल 15 जून तक प्रभावी रहेगी। उसके बाद इसे कायम रखने पर रेल बोर्ड की बैठक में फैसला लिया जायेगा।
रेल मंत्रालय ने इस मामले पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि, ये पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए और स्टेशनों पर भीड़भाड़ को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन (Railway administration) द्वारा उठाया गया एक अस्थायी कदम है। गौरतलब है कि इस काम की निगरानी नियंत्रण मंडल रेल प्रबंधक को सौंपी गयी है। स्टेशन पर आमतौर पर जरूरत से ज़्यादा लोग प्लेटफॉर्म टिकट लेकर बेवज़ह तफरीह करते है। इसीलिए ज़मीनी हालातों को देखते हुए समय-समय पर प्लेटफॉर्म टिकट शुल्क बढ़ाया जाता है।
इसके साथ ही हालातों का आकलन करने के बाद डीआरएम को प्लेटफ़ॉर्म टिकट के रेट में बदलाव करने की प्रशासनिक शक्ति दी गयी है। रेलवे मंत्रालय के अनुसार ये चलन काफी सालों से रहा है। इसका इस्तेमाल कभी-कभार भीड़भाड़ को रोकने के लिए किया जाता है। इसमें कोई नई बात नहीं है। फरवरी महीने में रेलवे ने लोगों को बेवज़ह यात्रा (Needless journey) करने से रोकने के लिए छोटी दूरी की यात्री ट्रेनों के टिकट किराए में मामूली बढ़ोतरी की घोषणा की थी।