सेक्स की इच्छा (libido) किसी व्यक्ति की सेक्स ड्राइव (Sex Drive) होती है। चाहे आप महिला हों या पुरुष, सेक्स के प्रति अपने और अपने साथी के आकर्षण और सुख को बढ़ाने के लिये शार्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों ही तरह की विधियों को सीखने में आपकी अच्छी-खासी रूचि हो सकती है। आप भी सेक्स में इच्छा की कमी को फिर से वापस पाने या अपनी यौनक्रियाओं को परफॉर्म करने की शक्ति को रिकवर करने के लिए उपयोगी सलाह ढूँढ सकते हैं। इस आर्टिकल की मदद से आपको काफी हद तक इस मामले में मार्गदर्शन मिल सकता है।
सकारात्मक मानसिक दृष्टिकोण अपनाये और अपने तनाव का स्तर कम रखें। अगर आप अच्छा अनुभव करते हैं और स्वयं पर भरोसा रखते हैं तो आप अपने साथी के प्रति ज़्यादा सेक्सुअल और आकर्षण अनुभव कर सकते हैं। लम्बे समय तक तनाव के बने रहने के कारण सेक्स के प्रति रूचि कम हो सकती है। जो लोग तनावपूर्ण जॉब करते हैं या जो लोग लम्बे समय से बार-बार जॉब बदल रहे होते हैं (हम सभी जानते हैं कि इससे कितना तनाव हो सकता है), उनमें परिणामस्वरूप अक्सर सेक्स ड्राइव दब जाती है।
महिलाएं और पुरुष तनावपूर्ण स्थितियों के प्रति अलग-अलग तरह से प्रतिक्रिया देते हैं। पुरुषों के लिए सेक्स का मतलब अधिकतर तनावपूर्ण ऊर्जा को रिलीज़ करना होता है जबकि महिलाओं के लिए तनाव सेक्स को अभिशाप बना देता है या बेमतलब का बना देता है। अपने साथी के साथ बात करने और सेक्स करने के बीच के अलग-अलग रिएक्शन की सही इंजीनियरिंग और सेक्स के लिए तनाव रहित वक़्त के बारे में समझें।
विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थ और सप्लीमेंट जो आपकी सेक्स की इच्छा को बढाने का दावा करते हों, उन पर विचार करें, लेकिन आँखें बंद करके भरोसा न करें। प्राकृतिक सप्लीमेंट रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और कभी-कभी वेजाइनल शुष्कता को दूर करने में भी मदद कर सकते हैं |
सेक्स की इच्छा बढाने वाले कुछ प्राकृतिक सप्लीमेंट्स में शामिल हैं-
विटामिन E, जिंक, विटामिन C, अर्जिनिन (arginine), विटामिन A, ओक्टाकोसानोल (octacosanol), बीटा-कैरोटीन, विटामिन B6, और विटामिन B काम्प्लेक्स। ये पोषक तत्व स्पर्म काउंट को, स्पर्म की गतिशीलता, प्रोस्टेट ग्लैंड के कार्यों, टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और एक स्वस्थ नर्वस सिस्टम का निर्माण कर सकते हैं |
सेक्स की इच्छा को बढ़ाने वाले कुछ खाद्य पदार्थों में शामिल हैं-सेलेरी (celery), कच्चे ओयेस्टर, केला, एवोकाडो, नट्स, आम, आडू (peaches), स्ट्रॉबेरीज, अंडे, लिवर, फिश, लहसुन, कद्दू और चॉकलेट ।
विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थ और प्राकृतिक सप्लीमेंट को अधिक ज़रूरी पोषक तत्वों और मिनरल्स के रूप से अपनी डाइट में शामिल किया जाता है, लेकिन ये आपकी सेक्स ड्राइव और सेक्सुअल परफॉरमेंस पर बहुत अधिक प्रभाव डाल सकते हैं, जैसे:
- खूब सारे लीन प्रोटीन और विभिन्न ताज़े फलों और सब्जियों (विशेषरूप से गहरी हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे केल या पालक) से युक्त स्वस्थ पोषक आहार।
- किसी भी प्रकार की डाइटरी डेफिशियेंसी को दूर करने के लिए प्रतिदिन लिये जाने वाले संभावित विटामिन्स और पोषक सप्लीमेंट।
- नियमित व्यायाम (काफी पसीना निकलने तक किया गया व्यायाम) और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग।
- एक स्वस्थ बॉडी फैट के प्रतिशत तक पहुंचना और उसे बनाये रखना।
सेक्स ड्राइव के कम पसंद किये जाने वाले मनोवैज्ञानिक कॉम्पोनेन्ट
अक्सर यौन इच्छा, वातावरणीय उत्तेजकों के द्वारा बढ़ या कम हो सकती है। अपने मूड को खराब होने से बचाने के लिए अपने बाथरूम से उपरोक्त चीज़ों को हटा दें। माता-पिता या बच्चों के फोटो (जिन्हें देखने पर कभी-कभी लगता है जैसे वे आपको "घूर" रहे हैं)। इसी प्रकार उन पालतू जानवरों की तस्वीर भी हटा दें जो आपके साथ घूमते-फिरते रहते हैं या आपके साथ ही सोते हैं।
रद्दी, किताबें और काम से सम्बंधित फाइल्स अपने मूड को सेट करने में मदद के लिए ऐसी लाइटिंग चुनें जो धीमा प्रकाश दे सकें या मोमबत्ती जलाये। हल्के फुल-स्पेक्ट्रम वाले बल्ब सबसे उपयुक्त रोशनी देते हैं। अपने कमरे में थोड़ी ताज़ी हवा आने दें और कमरे को सुगन्धित करने के लिए एस्सेंसिअल ऑयल्स या हल्के सेंट वाली मोमबत्ती जलाये। (स्थिर सुगंध के लिए हवा में थोड़ा कोलोन या परफ्यूम छिड़कने से कभी-कभी बहुत ही तेज़ और शक्तिशाली सुगंध फ़ैल जाती है)
अंतरंगता (intimacy) की करे तैयारी:
अगर आप किसी के साथ एक रोमांटिक शाम बनाने की योजना बना रहे हैं और आशा करते हैं कि उसका "मूड बन जाए" तो सबसे पहले कॉफ़ी या चॉकलेट खाना बहुत अच्छा होता है। इन दोनों की खाद्य पदार्थों को वाजीकारक (aphrodisiacs) माना जाता है क्योंकि ये सकारात्मक मूड की स्थिति को बनाने वाले एंडोर्फिन्स का उत्पादन करते हैं। ऊर्जा देते हैं (कैफीन के कारण), और शारीरिक क्रियाशीलता को बढ़ा देते हैं।
वाइन और अन्य प्रकार की शराब भी लोगों को रिलैक्स करने में मदद कर सकती हैं लेकिन सिर्फ कम मात्रा लेने की ही सिफारिश की जाती है। इन्हें ज़्यादा मात्रा में लेने के फलस्वरूप पुरुषों में नामर्दागी (impotence) हो सकती है। इनके अत्यधिक उपभोग से व्यक्ति मर भी सकता है या अपने होश खो सकता है। इन दोनों ही स्थितियों में कोई सेक्सुअल लाभ नहीं मिल पायेगा बल्कि इसे गैरकानूनी यौन अपराध या बलात्कार की संभावनायें बढ़ जायेगी।
खोजें कि कौन सा सिनेरियो आपके और आपके साथी में जगा सकता है जादू
सेक्स की इच्छा, अलग-अलग प्रकार के लोगों में अलग-अलग सिनेरियो से जुड़ा होती है। आपको इन सीन्स की हर डिटेल को फिर से बनाने की ज़रूरत नहीं है। थोड़े से काल्पनिक तुरंत रचित भूमिका को निभाने से आप उस सीन से एक या दो मुख्य अवयव शामिल कर सकते हैं जैसे कॉस्टयूम या एक प्रोप के रूप में और उस सिनेरियो को निर्मित कर सकते हैं जिससे संभवतः मूड बन जाये।
अगर आप अपने साथ के साथ भूमिका निभाने के लिये नए हों तो कभी-कभी अधिक समझदारी वाला नजरिया अपनाना बेहतर होता है। कई बार किसी व्यक्ति का किसी चीज़ का सिर्फ एक हिंट ही आपके साथी को उत्तेजित करने के लिए काफी होती है।
अगर ज़रूरत हो तो सेक्स थेरेपिस्ट की मदद लें। अगर आपको कोई ऐसी यौन समस्याएं हों जो आपकी सेक्स की इच्छा, सेक्स की शुरुआत करने या सेक्स का आनंद लेने को रोकती हों तो इन समस्याओं की उत्पत्ति मनोवैज्ञानिक मानी जा सकती है। अगर आपको लगता है कि आपको ये समस्याएं हो सकती हैं तो सेक्स थेरेपिस्ट की मदद लें।
सेक्स थेरेपिस्ट इम्पोटेंस या यौन सुख की कमी जैसी समस्यायें जो संभवतः डायग्नोज़ न किये गये डिप्रेशन और किसी अन्य समस्या के कारण हो सकती हैं, का अलग-अलग तरह से उपचार करते हैं। सेक्स थेरेपिस्ट दम्पति पर एक साथ या अलग-अलग टॉक थेरेपी को आजमाते हैं और कई बार, यौन क्रियाओं के सामान्य स्तर को फिर से लाने में मदद के लिए उन्हें थोड़ा "होमवर्क" भी देते हैं।
मिसाल के लिए सेक्स थेरेपिस्ट एक दम्पति को बेड पर बिना अनुमान लगाये और एक-दूसरे को स्वीकार करने की भावना और विश्वास को फिर से बनाने के लिए बिना यौन सम्बन्ध बनाने के लिये अलग-अलग तरीकों से एक-दूसरे की अंतरंगता को बढ़ाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। ज़्यादातर इस तरह के "होमवर्क असाइनमेंट" के पीछे का बेसिक आईडिया ये है कि सेक्स तनाव, दबाव और मायूसी से सम्बंधित अनुभव बन जाता है और तब आपको एक-दूसरे को ख़ुशी देकर और आनंद, एक-दूसरे की स्वीकार्यता और उसकी खोज के साथ फिर से अंतरंगता का सम्बन्ध स्थापित करना, सीखने की ज़रूरत होती है |
धैर्य रखें
अगर आपके साथ ऐसा साथी है जो सेक्स में आनंद और रूचि की कमी से जूझ रहा है और जिसका उपचार किया जा रहा है या यौन क्रियाओं से सम्बंधित समस्या से ग्रसित है तो धैर्य रखें और समझ लें कि इस उपचार के प्रभाव को दिखने में कई महीने या उससे भी ज़्यादा वक़्त लग सकता है।
अगर आपने किसी ऐसे व्यक्ति के साथ डेट करना अभी शुरू ही किया है, जो इन समस्याओं को अनुभव कर रहा हो तो आप पर उस व्यक्ति के साथ अपनी डेट को जारी रखने का कोई दबाव नहीं है। हर कोई एक उचित संतुष्टिदायक यौन सम्बन्ध की इच्छा रखता है और किसी रिश्ते का अंत, अपने साथी के साथ उचित यौन सम्बन्ध न बन पाने या अन्य किसी कारण से कर सकता है। अगर कोई ख़ास सुधार न दिखाई देने पर अंततः आप उस व्यक्ति को छोड़ने के बारे में सोचेंगे तो आप उसे कम दुःख पहुंचाएंगे और हो सकता है कि शायद उसे बाद में छोड़ने की बजाय अभी छोड़ देने पर आप उसे कम काम्प्लेक्स (complex) दें।
इसके अलावा, अगर आप किसी व्यक्ति के साथ लम्बे से कमिटेड रिलेशनशिप में हैं तो सेक्स थेरेपिस्ट आपको कुछ ऐसी टिप्स दे सकते हैं जिससे आपको अपने साथी के साथ सेक्स करने की कोशिश करते समय थोड़ा दबाव कम करने में मदद मिल सकती है और अपने साथी के प्रति अनुमान लगाने में मदद मिल सकती है। अगर आपके साथी की परेशानी बीते वक्त के किसी आघात से शुरू हुई हो तो वो खुद ही किसी थेरेपिस्ट को दिखा सकता/सकती है।
महिला और पुरुष दोनों में ही लम्बे समय तक सेक्स ड्राइव का नियमन करने में टेस्टोस्टेरोन की भूमिका को जानें:
उदाहरण के लिए महिलाओं की सेक्स की इच्छा और सेक्स को शुरू करने में रूचि टेस्टोस्टेरोन सप्लीमेंट से प्रतिक्रिया देती है, जिसे यूरोप में मान्यता दे दी गयी है लेकिन यूनाइटेड स्टेट में FDA के द्वारा अभी भी टेस्ट किये जा रहे हैं। पुरुषों को भी उनके असामान्य कम टेस्टोस्टेरोन लेवल, सेक्स की इच्छा और सैक्सुअल परफॉर्मेंस को बढ़ाने के लिए आमतौर पर टेस्टोस्टेरोन सप्लीमेंट दिये जाते हैं।
पुरुष और महिला दोनों में ही उम्र बढ़ने के साथ-साथ प्राकृतिक रूप से बनने वाले टेस्टोस्टेरोन में स्वाभाविक कमी आने लगती है लेकिन स्मोकिंग अत्यधिक शराब पीने, और शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहते हुए बहुत अधिक मात्रा में बॉडी फैट जमा हो जाने पर भी ये कमी हो सकती है।
पुरुषों का टेस्टोस्टेरोन लेवल सुबह के समय में स्वाभाविक रूप से बढ़ा हुआ होता है, इसलिए अगर आपका साथी सेक्स करने में परेशानी अनुभव करता हो या आपके पुरुष साथी को सेक्स करने की रूचि में हाल ही में गिरावट आई हो तो सुबह सेक्स करने की कोशिश करें। ध्यान रखें कि काम करने से पहले आपके पास मज़े करने के लिए काफी समय हो क्योंकि काम में देरी होने के विचार आपके मिज़ाज को ख़राब कर देगा।
टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढाने के लिए स्ट्रेंथ और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग का इस्तेमाल करें
इससे निकटतम अन्य प्रकार के किसी उपचार की अपेक्षा सेक्स ड्राइव और सेक्सुअल परफॉरमेंस पर गज़ब का असर होगा। टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के लिए की सबसे प्रभावशाली विधि और उससे लम्बे समय तक बनी रहने वाली सेक्स की इच्छा के लिए और पुरुष और महिला दोनों में ही मसल्स मास बनाने के लिए स्ट्रेंथ और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग की शुरुआत करनी चाहिए।
जब भी आप कमज़ोर पड़ जाये और वेट लिफ्टिंग या रेजिस्टेंस एक्सरसाइज जैसे पुशअप्स करके फिर से मसल्स बनाते हैं तो आप कई घंटों के लिए अपने टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ा लेते हैं। पुरुष और महिला दोनों में ही नियमित रूप से एक्सरसाइज करने के फलस्वरूप मसल्स के फिर से बनने और उससे टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन के उत्तेजित होने के कारण सेक्स में रूचि और सुख बढ़ना देखा गया है।
अक्सर व्यायाम के बाद या दौरान टेस्टोस्टेरोन और सेक्स ड्राइव के बढ़ने को तुरंत नोटिस किया जा सकता है। कई दम्पतियों के लिए एक साथ व्यायाम करना उनके मूड को उतेजित करने वाला अनुभव बन सकता हैं। स्ट्रेंथ और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग के साथ जब स्वस्थ, पोषक तत्वों से भरपूर डाइट को शामिल किया जाता है (जिसमे खूब सारे लीन प्रोटीन और विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां शामिल होते हैं) तो पुरुष और महिला दोनों में ही अतिरिक्त चर्बी को कम किया जा सकता है (क्योंकि अधिक वज़न से मोटापा होने पर टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है)।
आवश्यक स्ट्रेंथ और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग टेस्टोस्टेरोन का फ्लो काफी बढ़ा जाता है। इससे परफॉरमेंस, गति की रेंज और धैर्य बढ़ता है। मूड, आत्मविश्वास और ऊर्जा के स्तर में इज़ाफा होता है। आपको खुद को ज़्यादा जवान और आकर्षक लुक में फील करेगें।
अपनी और अपने साथी की सेक्स की इच्छा के होने वाले उन उतार-चड़ाव को स्वीकारें जो उम्र और विकासात्मक अवधि में होने वाले बदलावों से जुड़े होते हैं। अगर आप एक पुरुष हैं तो शायद आपकी सेक्स में उतनी रूचि नहीं होगी जितनी आपकी 18 वर्ष की आयु में थी। अगर आप महिला हैं तो 30 वर्ष की होते-होते आपका सेक्स के प्रति आनंद और रूचि का स्तर बढ़ता है और 60 वर्ष की उम्र होते-होते कम होता जाता है।
महिलाओं में उनके बीसवें, तीसवें और प्रारंभिक चालीसवें वर्ष की आयु की अपेक्षा विशेषरूप से उनकी 18 और 25 वर्ष की आयु के बीच में सेक्स की रूचि कम देखी जाती है क्योंकि महिलाओं की सेक्सुअल पीक 30 वर्ष की आयु में होती है जबकि पुरुषों में ये 18 वर्ष की आयु में होती है।
ये पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए यह जानना बहुत जरुरी है कि महिलाओं की सेक्स ड्राइव लॉन्ग-टर्म कमिटेड रिलेशनशिप में आने पर इस अवधि के दौरान नाटकीय रूप से बढ़ जायेगी, खासतौर से अगर उनकी जल्दी शादी हो जाती है तो। इसी तरह इसी समय अवधि के दौरान पुरुषों की सेक्स ड्राइव कम हो सकती है।
20 साल की आयु वाले हेटेरोसेक्सुअल कपल शादी करने पर शुरुआत में अलग-अलग सेक्स ड्राइव अनुभव कर सकते हैं, लेकिन देखा गया है कि महिला की सेक्स ड्राइव पुरुष की सेक्स ड्राइव को दबा देती है, जिससे ये समय के साथ मिलते हैं और अलग हो जाते हैं।
महिला हो या पुरुष दोनों ही अपने साठ वर्ष की आयु तक सेक्स में कमी अनुभव करने लगते हैं, लेकिन ये महिलाओं में ज़्यादा देखा जाता है। खुद को (अगर आप महिला हैं तो) या अपनी महिला साथी में इस बात को स्वीकारें। अगर वह हार्मोन्स में बदलाव के कारण सेक्स ड्राइव में उतार-चड़ाव अनुभव करती हो क्योंकि ये पूरी तरह से सामान्य है।
महिलाओं में मुख्य रूप से उनके ओव्युलेशन के समय, मासिकधर्म के समय और गर्भावस्था के दौरान सेक्स की इच्छा बढ़ जाती है। यो हार्मोन्स के उतार-चड़ाव के कारण होता है। महिलाएं, बच्चे को जन्म देने के बाद, बल्कि ब्रैस्ट फीडिंग (जिसमे ओव्युलेशन असंगत रूप से दबा रहता है), और मीनोपॉज से गुजरने के बाद, इन सभी स्थितियों में हार्मोनल बदलाव के कारण शुरूआती कुछ महीनों में सेक्स की इच्छा में कमी अनुभव कर सकती हैं।
कुछ महिलाओं में बर्थ कण्ट्रोल लेना शुरू करने के बाद सेक्स की इच्छा में कमी अनुभव करना पाया गया है। जब महिलाएं गर्भवती होती हैं या बर्थ कण्ट्रोल पिल्स लेती हैं तो उनमे गर्भवती न होने या बर्थ कण्ट्रोल पिल न लेने की अपेक्षा कुछ अलग तरह के मेल फेरामोंस बनते है। इसीलिए, कभी-कभी जब महिलाएं बर्थ कण्ट्रोल लेना शुरू करती हैं तो वे खुद को अपने साथ के प्रति कम आकर्षक अनुभव करती हैं।
बच्चे को हाल ही में जन्म देने वाली अपनी महिला साथी के प्रति धैर्य रखना और ये समझना ज़रूरी होता है कि उन्हें सेक्स में रूचि आने और सेक्स का आनंद लेने में तीन से चार महीनों का समय लग सकता है क्योंकि उनका शरीर बच्चे के जन्म की तकलीफ से गुजरता है और चूँकि उनका हार्मोन लेवल बढ़ जाता है, इसलिए उसे संतुलन में आने के लिए कुछ समय की ज़रूरत हो सकती है।
अमूमन 20% महिलाएं जन्म देने के बाद डिप्रेशन अनुभव करती हैं जिससे अस्थायी रूप से उनकी सेक्स ड्राइव और ऊर्जा स्तर घट सकता है। अगर आप एक ऐसी महिला हैं जिसकी सेक्स की इच्छा कई महीनों से भी अधिक समय से दबी हुई है और आपके नजरिये से ये एक परेशानी का सब़ब है और आपको लगता है कि ये बदलाव आपके हार्मोनल कारण से (जैसे बर्थ कण्ट्रोल पिल्स का सेवन शुरू करने, बच्चे को जन्म देने, मीनोपॉज शुरू होने से) है तो किसी डॉक्टर और सेक्स थेरेपिस्ट से सलाह लेने के बारे में सोचें। दवाओं के कॉम्बिनेशन, हार्मोनल थेरेपी और टॉक थेरेपी से सेक्स को लेकर इच्छा की कमी को दूर किया जा सकता है।