न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने रविवार को कहा कि वह राजधानी की सीमा पर पिछले एक महीने से बड़े पैमाने पर, केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ सोमवार को उपवास करेंगे।
केजरीवाल ने कहा, “मैं किसानों के विरोध के समर्थन में कल एक दिन का उपवास रखूंगा। मैं AAP के स्वयंसेवकों से इसमें शामिल होने की अपील करता हूं। केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों की सभी मांगों को तुरंत स्वीकार करना चाहिए और MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी के लिए एक बिल लाना चाहिए।”
केजरीवाल ने आगे कहा कि, “हजारों लोग किसानों के साथ उनके संघर्ष में समर्थन कर रहे हैं। मैं अपनी एकजुटता दिखाने के लिए सभी से एक दिन का उपवास करने की अपील करता हूं। ये नए कानून देश के लिए हानिकारक हैं। वे मुनाफाखोरी और जमाखोरी को बढ़ावा देने वाले कानून हैं, ये कानून अनाज़ कीमतों को बढ़ाने में मदद करेंगे।”
गौरतलब है की नवंबर के अंत से हजारों किसान दिल्ली के बाहरी इलाके में डेरा डाले हुए हैं और कुछ ही महीनों पहले मोदी सरकार सरकार द्वारा लागू किये नए तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि ये कानून देश के विनियमित बाजारों को नष्ट कर देगा और उन्हें निजी खरीदारों के भरोसे पर छोड़ देगा।
सरकार ने किसान संगठनों के नेताओं को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के साथ बातचीत के लिए कदम बढ़ाने, कानूनों में बदलाव और लिखित आश्वासन की पेशकश करने की कोशिश की है, लेकिन प्रदर्शनकारि अपना पक्ष रखते हुए तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे है।
आपको बता दें की किसानों ने सरकार द्वारा कानूनों को रद्द न करने के कारण दिल्ली से सटे राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध करने और सोमवार को देशव्यापी भूख हड़ताल करके अपने प्रदर्शन को तेज करने की धमकी दी थी।