न्यूज डेस्क (देवागंना प्रजापति): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीते शुक्रवार (18 मार्च 2022) को दावा किया था कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों (assembly elections) में चार राज्यों में जीत के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) पार्टी भीतरी अंदरूनी कलह की वज़ह से सरकार नहीं बना पा रही है। केजरीवाल ने आज (20 मार्च 2022) वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पंजाब में अपनी पार्टी के विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, ”भाजपा ने चार राज्यों में जीत हासिल की है, लेकिन पार्टी के भीतर कलह के कारण अब तक सरकार नहीं बना पायी है।”
केजरीवाल ने कहा कि आप विधायकों ने तुरंत पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में शपथ ली और सरकार भी बिना समय बर्बाद किये बनी। केजरीवाल ने कहा, “सरकार ने पंजाब में काम करना शुरू कर दिया है।” दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी हैरानगी जतायी कि चार राज्यों में भाजपा की सरकारें क्या करेंगी, जब पार्टी इतने दिनों के बाद भी वहां सरकार नहीं बना सकी।
केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा चार राज्यों में पार्टी रैंक में अंदरूनी कलह से निपटने में व्यस्त है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के काम की भी जमकर तारीफ की। केजरीवाल ने कहा कि, “मुझे सिर्फ तीन दिनों में ही भगवंत मान के कामों पर बहुत गर्व है।”
केजरीवाल आगे ने कहा कि, “पूरा देश भगवंत मान और उनके कामों के बारे में बात कर रहा है। अक्टूबर में खराब हुई फसलों के लिये मुआवजा जारी किया गया है और आने वाले दिनों में किसानों को इसका चेक मिलेगा। हमारी पार्टी ने सरकार बनाने के तीन दिनों के भीतर अच्छा काम किया है।”
आप विधायकों की बैठक मोहाली (Mohali) में हुई और केजरीवाल दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिये इसमें शामिल हुए। बता दे कि फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में पंजाब को छोड़कर भाजपा ने पांच में से चार राज्यों में जीत दर्ज की, जिसका नतीज़े 10 मार्च को आये। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भाजपा और उसके सहयोगियों ने 403 विधानसभा सीटों में से 255 सीटों पर जीत हासिल की। उत्तराखंड (Uttarakhand) में भाजपा को 70 में से 47 सीटें मिली। वहीं गोवा (Goa) में भाजपा ने 40 में से 20 सीटें जीतीं और निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन हासिल किया, जबकि मणिपुर (Manipur) में सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन ने 60 में से 31 सीटें हासिल की।