न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): असम विधानसभा चुनावों (Assam Assembly Election) के मद्देनजर भाजपा सुप्रीमो जेपी नड्डा की अगुवाई में आज घोषणा पत्र जारी कर दिया गया। इस मौके पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, हेमंत बिस्वा शर्मा और मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी। 126 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा सुप्रीमो ने असम में सही एनआरसी पर व्यवस्थित ढंग से काम करने का आश्वासन दिया। उनके मुताबिक इस कवायद से असल भारतीय नागरिकों को सुरक्षा का एहसास होगा और घुसपैठियों का पता लगाकर उनके राजनीतिक अधिकारों को खत्म कर उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि, हमने असम के सर्वांगीण विकास के लिए खाका (Roadmap for all-round development) तैयार किया है। जिसके लिए 10 सूत्रीय संकल्पों को अमलीजामा पहनाने के लिए मसौदा तैयार है। इसके तहत आज असम को ब्रह्मपुत्र की बाढ़ समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए कारगर तरीकों को खोजा गया है। इस मुहिम को मिशन-ब्रह्मपुत्र नाम दिया गया है। ये राज्य की आव़ाम को बाढ़ की त्रासदी से बचाने के लिए तैयार की गयी है। जिसके तहत सत्ता में आने पर भाजपा ब्रह्मपुत्र के आस-पास बड़े-बड़े तलाब बनवायेगी। जिससे पानी का संरक्षण होने के साथ-साथ बाढ़ से भी बचा जा सकेगा।
इसी क्रम में बीते सोमवार जेपी नड्डा ने डिब्रूगढ़, विश्वनाथ चाराली और जोरहाट में ताबड़तोड़ चुनावी रैलियों को संबोधित किया। करीब हर चुनावी रैली में उन्होंने कांग्रेस को अवसरवादी और परिवारवादी बताया उन्होंने चुनावी सभा में मौजूद लोगों से कहा कि अगर उन्हें विकास नहीं चाहिए तो वो कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं कांग्रेस पूरी तरह मौकापरस्त सियासत (Opportunistic politics) करने वाली पार्टी है। केरल में कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ चुनाव में उतरी है। वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनावों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी उसके गठबंधन का हिस्सा है। ये अवसरवाद नहीं तो और क्या है?