न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): गुजरात की साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज ले जाये जा रहे जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद (Gangster Atiq Ahmed) ने आज (12 अप्रैल 2023) मीडिया का शुक्रिया अदा किया और कहा कि मीडिया की वजह से ही वो सुरक्षित है। प्रयागराज (Prayagraj) तबादले के दौरान अतीक अहमद ने मीडिया से कहा, “मैं आपकी (मीडिया) वजह से है कि मैं सुरक्षित हूं।”
प्रयागराज पुलिस मंगलवार (11 अप्रैल 2023) को माफिया से नेता बने अतीक अहमद को हत्या के एक मामले में पेश करने के लिये साबरमती जेल (Sabarmati Jail) से प्रयागराज ले जा रही थी और उन्हें बूंदी में रोक लिया। अतीक ने बूंदी में कहा, “मेरा परिवार बर्बाद हो गया है..मैं जेल में था, मैं इसके (उमेश पाल हत्याकांड) के बारे में क्या जानूंगा।”
इससे पहले अतीक अहमद ने कहा था कि साबरमती जेल से प्रयागराज ट्रांसफर किये जाने पर पुलिस उन्हें मारना चाहती है। उसने कहा कि ये सही नहीं है। वो मुझे मारना चाहते हैं”। इसी मुद्दे पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने कहा कि सरकार पूरे मामले की निगरानी कर रही है और अतीक सख्त से सख्त सजा दिलाने का लक्ष्य रखती है।
पाठक ने आगे कहा कि, “हम अदालत के फैसले का पालन कर रहे हैं, अब उत्तर प्रदेश में अपराधी बच नहीं पाएंगे। सरकार पूरे मामले की निगरानी कर रही है और हमारा मकसद उसे सख्त से सख्त सजा दिलाना है।”
बता दे कि 28 मार्च को अतीक अहमद को एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) ने दोषी ठहराया और अब मृतक उमेश पाल के अपहरण मामले में कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनायी। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में अतीक अहमद और उसका परिवार सवालों के घेरे में आ गया था।
गौरतलब है कि अतीक अहमद के खिलाफ पिछले 43 सालों में 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, उसे इसी मामले में दोषी ठहराया गया है।
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद की कथित तौर पर मदद करने और उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने के आरोप में दिल्ली से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तीनों लोगों की शिनाख्त जावेद, खालिद और जीशान के तौर पर हुई है।
जांच के दौरान खालिद और जीशान ने खुलासा किया कि उन्होंने असद और गुलाम को भी शरण दी थी, जो कि कुख्यात उमेश पाल हत्याकांड में वांछित आरोपी हैं।
बता दे कि बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) नेता राजू पाल (Raju Pal) की हत्या के अहम गवाह उमेश पाल और उनके दो सशस्त्र सुरक्षा एस्कॉर्ट्स में से एक की 24 फरवरी को प्रयागराज के सुलेम सराय (Sulem Sarai) इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। उमेश और उनके बंदूकधारियों अंगरक्षकों पर कई राउंड फायरिंग की गयी और बम फेंके गये।