न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): हाल ही में सहारनपुर पुलिस (Saharanpur Police) ने एक अन्तर्राज्जीय ऑटोलिफ्टर गैंग (Interstate Autolifter Gang) का पर्दाफाश हुआ है। पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक जिला पुलिस ने एसएसपी आकाश तोमर (SSP Akash Tomar) के विशेष निर्देशों पर संदिग्ध वाहनों की चैकिंग का अभियान छेड़ रखा है। इसके तहत पुलिस शक की बुनियाद पर लोगों से लगातार पूछताछ भी कर रही है। जिले भर के खास एन्ट्री एक्जिट प्वाइंट नाकेबंदी कर पुलिस टीमों की तैनाती की गयी है। इसी क्रम में पुलिस पार्टी (Police Party) का आमना सामना गाड़ी लूटने वाले गिरोह से हो गया।
जानकारी के मुताबिक माँ डाट पुलिस केंद्र पर एसएचओ थानाबिहारी गढ़ मनोज चौधरी (SHO Manoj Chowdhary) की अगुवाई में पुलिस टीम गाड़ियों की चैकिंग कर रही थी। इसी दौरान नाका प्वाइंट पर बाइक सवार तीन लोग आते हुए दिखायी दिये। पुलिस पार्टी ने उन्हें रूकने का इशारा किया। रूकने की बजाये उन लोगों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। मौके पर खुद का बचाव करते हुए पुलिस ने थोड़ी मशक्कत करने के बाद तीनों पर काबू पा लिया।
तीनों ने हिरासत में पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने कई अहम खुलासे किये। पकड़े अभियुक्तों का नाम नाजिम, शाहआलम और सावेज बताया जा रहा है। इनकी निशानदेही पर देसी तंमचा, कटर, चाकू और चोरी की 6 मोटरसाइकिलें बरामद की गयी। बरामद हुई बाइकें उत्तराखंड और सहारनपुर की बतायी जा रही है। बदमाशों ने दावा किया कि वो तीनों चोरी की बाइकें बेचने के फिराके में थे, इसी दौरान पुलिस ने उन्हें धरदबोचा।
छानबीन में ये भी सामने आया है कि पकड़े गये तीनों अभियुक्तों का लंबा अपराधिक इतिहास (Criminal History) रहा है। तीनों के खिलाफ आईपीसी और आर्म्स एक्ट (Arms Act) के कई मामले पर पहले से दर्ज है। इन हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ ज़्यादातर मामले मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाज़ियाबाद और हरिद्वार में दर्ज है। माना जा रहा है कि जल्द ही ये अपनी अपराधिक गतिविधियां पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में बढ़ाने की जुगत में लगे हुए थे।