न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): उत्तर प्रदेश का आला पुलिस प्रशासन काफी योजनाबद्ध तरीके से अपराधियों पर नकेल कसने के लिये अपने रोडमैप को अमलीजामा पहनाने की कवायद में लगा हुआ है। इसी क्रम में सहारनपुर पुलिस ने हाल ही में इंटरस्टेट ऑटोलिफ्टर गैंग (Interstate Autolifter Gang) का पर्दाफाश किया और गिरोह के तीन गुर्गों को मौके से हिरासत में ले लिया।
जिला पुलिस के मुताबिक इस कार्रवाई को अंजाम बीते गुरूवार (23 जून 2022) को दिया गया। मुखबिर की सूचना पर एक्शन लेते हुए पुलिस की ज्वॉइंट पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान चिलकाना बस अड्डे (Chilkana Bus Stand) से करीब 10 मीटर चिलकाना की ओर जा वाहन चोरों को पकड़ लिया। अभियुक्तों को हिरासत में लेने की ये कार्रवाई देर रात 11 बजे के आसपास की गयी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्त में लिये गये अभियुक्तों का नाम अमसल, मोहम्मद अहमद और अनस बताया जा रहा है। इनमें से अमसल उत्तराखण्ड (Uttarakhand) का रहने वाला बताया जा रहा है। बाकी के दोनों अभियुक्तों की रिहाईश सहारनपुर की ही बतायी जा रही है। शुरूआती पूछताछ और छानबीन में मिली जानकारी बुनियाद पर पुलिस ने तीनों के पास से चोरी की मोटरसाइकिल और स्कूटी बरामद की। साथ ही तीनों ने खुलासे पर निर्माणाधीन न्यू-हाईवे अम्बाला रोड़ (Ambala Road) 62 फुटा रोड़ से दाहिनी तरफ रजवाहे के किनारे पर पोपलर की टहनी व पत्तों के नीचे से चोरी की चार मोटर साईकिल और एक स्कूटी बरामद की गयी। ढोलीखाल लोहानी सराय (Dholikhal Lohani Sarai) अनस की दुकान से कटी हुई मोटरसाईकिलों के स्क्रैप पार्टस जिसमें तीन मोटरसाईकिल रिम, दो स्कूटी के टायर रिम समेत, दो मोटरसाइकिल की सीट, एक स्कूटी की हैड लाईट, एक मोटरसाईकिल का मीटर पुराना, तीन पल्सर मोटरसाइकिल की फ्यूल की टंकी बरामद की गयी।
बरामदगी में हासिल की गयी चोरी की मोटरसाइकिलें का रिकॉर्ड पुलिस ने काफी बारीकी से तैयार किया, जिसमें चैसिस नंबर, इंजन नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर की डिटेल इकट्ठा कर आगे की कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। चोरी की ज़ब्त की गयी ज्यादातर मोटरसाइकिलें और स्कूटी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की बतायी जा रही है। बता दे कि हिरासत में लिये गये तीन शातिर वाहन चोर पेशेवर अपराधी है। तीनों के खिलाफ पहले से ही कई कानूनी मामले दर्ज है। इन अपराधियों को पकड़ने के लिये चौदह पुलिसकर्मियों की टीम को लगाया गया, जिसकी कमान प्रभारी निरीक्षक थाना मण्ड़ी (Police Station Mandi) योगेश शर्मा के पास थी।