न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की बैठक के बाद 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया गया है। ये पहला मौका होगा, जब पीएम मोदी (PM Modi) बतौर प्रधानमंत्री पहली बार अयोध्या में आयेगें। प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) ने 5 अगस्त को तयशुदा कार्यक्रम में पीएम की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए हरी झंडी दे दी है। ट्रस्ट की बैठक के दौरान ग्रह-नक्षत्र और मुहूर्त ध्यान में रखते हुए पीएमओ को 3 और 5 तारीख का विकल्प दिया गया था। जिसमें से पीएमओ ने 5 अगस्त की तारीख पर मोहर लगा दी।
5 अगस्त को पीएम मोदी अयोध्या में तकरीबन 4 घंटे बितायेगें। इस दौरान वे 11 बजे से लेकर 3:10 तक अयोध्या में रहेगें। भूमि पूजन से जुड़े सभी धार्मिक अनुष्ठान (Religious ritual) सुबह 8 बजे से ही शुरू हो जायेगें। 11:45 से 12:10 के बीच वो भूमि पूजन के मांगलिक पूजन में शामिल रहेगें। 12:10 के बाद आधारशिला रखी जायेगी। इसके साथ ही अयोध्या में पर्यटन पर आधारित एक कार्यक्रम में भी पीएम मोदी शामिल होगें।
पूरे कार्यक्रम के दौरान संघ परिवार, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य, विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) के सदस्य और यूपी सरकार के जाने-माने चेहरे उनके साथ रहेगें। कार्यक्रम में वीआईपी मूवमेंट (Vip movement) को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के चौक-चौबंद इंतजाम की तैयारी शुरू कर दी गयी है। इलाके में सुरक्षा की समीक्षा खुद डीजीपी यूपी करेगें। गौरतलब है कि ज्योतिषीय गणनाओं (Astrological calculations) के मुताबिक 5 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो कि मंदिर निर्माण के लिहाज से बेहद अनुकूल है।
कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद 15 सदस्यीय ट्रस्ट मंदिर निर्माण के लिए देशभर से दान के लिए सम्पर्क करेगा। जिसकी ट्रस्ट के अध्यक्ष महन्त नृत्यगोपाल दास (Mahant Nritya Gopal Das) के कार्यालय ने की है। साथ ही कार्यालय की ओर से ये भी घोषणा की गयी कि, मंदिर का निर्माण कार्य तकरीबन साढ़े तीन साल तक चलेगा। अयोध्या के सर्किट हाऊस (Ayodhya Circuit House) में हुई ट्रस्ट की बैठक के दौरान मंदिर के डिजाइन में भी कुछ फेरबदलाव की किये जाने की बात तय हुई है।