न्यूज डेस्क (ओंकारनाथ द्विवेदी): आजमगढ़ पुलिस (Azamgarh Police) ने बीते रविवार (20 नवंबर 2022) दावा किया कि उसने एक महिला की निर्मम हत्या के पीछे की गुत्थी को सुलझा लिया है, 16 नवंबर को जिले के पश्चिम पट्टी गांव (Paschim Patti Gaon) के एक कुएं महिला की क्षत-विक्षत लाश बरामद की गयी थी। मामले में पुलिस ने उसके पूर्व प्रेमी प्रिंस यादव (Prince Yadav) को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक 24 वर्षीय प्रिंस ने इशाकपुर गांव (Ishakpur Village) की 22 वर्षीय आराधना प्रजापति का अपने चचेरे भाई सर्वेश की मदद से गला घोंटकर हत्या कर दी और 10 नवंबर को कुएं में फेंकने से पहले उसके शरीर के टुकड़े कर दिये।
महिला का सिर छह किलोमीटर दूर फेंका गया था। पुलिस का कहना है कि दोनों रिलेशनशिप में थे और फरवरी में आराधना के परिवार ने उसकी शादी दूसरे लड़के से कर दी, जिसके बाद से प्रिंस खासा परेशान रहने लगा। प्रिंस के माता-पिता, दो मामा, मौसी, चचेरे भाई और बहन समेत अन्य रिश्तेदारों को इस मामले में साजिश रचने और दो कथित हत्यारों को पनाह देने के आरोप में आरोपी बनाया गया है।
फिलहाल ये सभी फरार हैं और पुलिस ने सर्वेश पर 25 हजार रूपये के इनाम का ऐलान किया। प्रिंस को 19 नवंबर को पुलिस ने हिरासत में लिया। उसे मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया, जब वो पुलिस को एक तालाब के पास ले जा रहा था। माना जा रहा है कि उसी तालाब में उसने आराधना का सिर फेंका था।
पुलिस के मुताबिक जब इस मामले को सुलझाने में लगी टीमों को पता चला कि आराधना 10 नवंबर से लापता है तो उन्होंने संभावित संदिग्धों की लिस्ट बनायी, जिसमें प्रिंस का नाम सबसे ऊपर था क्योंकि वो उस पर शादी तोड़ने के लिये दबाव बना रहा था।
मामले पर एसपी आजमगढ़ अनुराग आर्य (SP Azamgarh Anurag Arya) ने कहा कि- पूछताछ में प्रिंस ने कबूल किया कि उसने आराधना की हत्या की थी। उसके कबूलनामे के बाद रविवार को एक टीम उसे पश्चिम पट्टी गांव से छह किलोमीटर दूर तालाब के पास गयी, जिसमें उसने आराधना के कटे सिर, शरीर के हिस्से और हथियारों को फेंक था। जब पुलिस टीम सबूत खोजने में लगी थी, तो प्रिंस ने खेत में छिपाये कट्टे से पुलिस टीम पर फायर खोल दिया और पुलिस पर गोलियां चलाने के बाद भागने की कोशिश की।
आर्य ने आगे कहा कि, “पुलिसकर्मियों ने भी बचाव में गोलियां चलायी, जिसमें उनके पैर में गोली लगी घायल प्रिंस को अस्पताल में भर्ती कराया गया। आराधना के पिता केदार और भाई सुनील ने प्रिंस की शिनाख़्त की है।”
जांच के मुताबिक प्रिंस का आराधना के साथ पिछले दो साल से अफेयर था और वो उससे शादी करना चाहता था। इस बीच प्रिंस की सउदी में नौकरी लग गयी और वो नौकरी के लिये चला गया। जब आराधना के परिवार ने फरवरी में उसकी शादी किसी दूसरे लड़के से कर दी। जब राजकुमार को इस बारे में पता चला तो वो वापस आ गया और आराधना पर शादी तोड़ने का दबाव बनाने लगा लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं थी।
पुलिस के मुताबिक 9 नवंबर को प्रिंस ने आराधना को अपने साथ ले जाने की नाकाम कोशिश की। हालांकि अगले दिन वो उसे पास के एक मंदिर में जाने के लिये मनाने में कामयाब रहा। मंदिर में पूजा करने के बाद दोनों ने रेस्तरां में खाना खाया और बाद में वो आराधना को पश्चिम पट्टी गांव में उसके मामा के घर ले गया।
आर्य ने कहा कि पश्चिम पट्टी गांव लाने के दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गयी और प्रिंस ने आराधना का गला घोंट दिया। आराधना की पहचान छिपाने के लिये प्रिंस ने सर्वेश के साथ मिलकर आराधना की लाश के टुकड़े कर दिये।
दोनों ने लाश के टुकड़े ठिकाने लगाने के लिए एक कुआं चुना जो कि झाड़ियों से ढका हुआ था, साथ ही हाथ, पैर और धड़ छिपाने के लिये उन्हें सुनसान में फेंक दिया गया। आराधना के कटे सिर और लाश काटने में इस्तेमाल होने वाले औजार को दोनों ने छह किलोमीटर दूर एक तालाब में फेंक दिया।