नई दिल्ली (गंधर्विका वत्स): दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) के मालिक कांता प्रसाद ने गुरुवार देर रात आत्महत्या की कोशिश की। जिसके बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीसीआर कॉल (PCR call) मिलने के बाद पुलिस ने उनकी पहचान की।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद रातों-रात मशहूर हुए कांता प्रसाद ने भारी नुकसान झेलने के बाद अपना नया रेस्टोरेंट बंद कर दिया। छह महीने की प्रसिद्धि के बाद कांता प्रसाद और उनकी पत्नी सड़क किनारे बने अपने ढ़ाबे में ग्राहकों की बाट जोहते दिखे।
बेहद घाटे में चला ‘Baba Ka Dhaba’ रेस्टोरेंट
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक भारी नुकसान झेलने के बाद इसी साल फरवरी महीने में बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद का नया रेस्तरां बंद हो गया। कांता प्रसाद ने रेस्टोरेंट खोलने के लिए करीब 5 लाख रुपये खर्च किये थे। रेस्तरां चलाने के लिये महीने का खर्चा करीब 1 लाख रुपये बैठ रहा था, जबकि औसत मासिक बिक्री कभी भी 40,000 रुपये से ज़्यादा ना हो सकी।
कांता प्रसाद रेस्तरां चलाने के लिये हर महीने 35,000 रुपये किराया, तीन रेस्त्रां स्टाफ मेम्बर (restaurant staff member) की तनख्वाह 36,000 रुपये और राशन, बिजली और पानी के लिए 15,000 रुपये हर महीने खर्च किये। धीरे-धीरे उनके रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहकों की संख्या कम होती चली गयी और रेस्टोरेंट का खर्चा बढ़ने लगा। इसके बाद कांता प्रसाद बाबा को अपना रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा।