नई दिल्ली (श्रेयसी श्रीधरा): बाबा रामदेव (Baba Ramdev) जल्द ही पतंजलि (Patanjali) और दूसरे स्वदेशी उत्पादों को लेकर बड़ी जुगलबंदी करने जा रहे हैं। बाबा रामदेव की ये पहल Amazon और Filpkart के मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव्स (Marketing Executives) के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। बीते दिनों राष्ट्र के नाम संबोधन के मौके पर पीएम मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का मंत्र दिया था। जिसमें उन्होंने देशवासियों से लोकल से वोकल होने की बात कही थी। मौके को भुनाते हुए पतंजलि की ओर से स्वदेशी उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लाने की कवायदें तेज हो गई है। जल्द ही पतंजलि कॉर्पोरेट मार्केटिंग (Corporate marketing) के तर्ज पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Orderme लांच करने जा रहा है। इस प्लेटफॉर्म पर पतंजलि उत्पादों के अलावा मेक इन इंडिया (Make in India) के तहत बनने वाले सभी उत्पादों को ग्राहकों तक पहुंचाया जाएगा। पतंजलि इसे भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने की कवायद बता रहा है। रिटेल चैन मैनेजमेंट (Retail Chain Management) के तहत इस प्लेटफार्म से स्थानीय दुकानदारों को भी जोड़ा जाएगा। लॉन्च होने के कुछ दिनों के भीतर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Orderme की मोबाइल ऐप भी उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवा दी जाएगी। आर्डर करने के कुछ समय के भीतर समान की डिलीवरी ग्राहक तक मुफ्त में की जाएगी।
आने वाले 15 दिनों के भीतर Orderme को लांच कर दिया जाएगा। पतंजलि के मुताबिक- लोकल के लिए वोकल को आधार बनाते हुए, स्वदेशी उत्पादों की आपूर्ति के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म (E-commerce platform) को तैयार किया जा रहा है। इस माध्यम से सिर्फ स्वदेशी उत्पादों को ही बढ़ावा दिया जाएगा। इससे देश के मध्यम, लघु और कुटीर उद्योगों (Medium, small and cottage industries) को सीधा फायदा मिलेगा। हस्तकरघा, स्थानीय कारीगरों और छोटे दुकानदारों को इसका खासा फायदा मिलेगा।
बाबा रामदेव की ये पहल कहीं ना कहीं पारंपरिक कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभर रहा है। पतंजलि के गठन के शुरुआती दौर में कई कंपनियों को स्वदेशी उत्पादों के कारण भारी नुकसान झेलना पड़ा था। इस मुहिम में बाबा रामदेव अपने साथ स्थानीय दुकानदारों, हस्तकरघा और स्वदेशी उत्पादकों को जोड़ने जा रहे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प रहेगा कि बाबा रामदेव का ये बिजनेस मॉडल (Business model) कितना सफल रहता है।