न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): भाजपा और शिवसेना में एक बार फिर सियासी घमासान छिड़ सकता है। प्रवर्तन निदेशालय से पत्नी का समन मिलने के बाद संजय राउत (Sanjay Raut) काफी बौखलाये हुए है। भाजपा और केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि- राजनीतिक विद्वेष (Political rancor) के कारण केन्द्र सरकार के इशारे पर वर्षा राउत (उनकी पत्नी) को ईडी ने समन भेजा गया है। हम कानून के दायरे में रहेगें, लेकिन शिवसैनिक होने के साथ नंगा आदमी हूँ, पंगे मत लेना। मेरे पास भाजपा के काले कारनामों का चिट्ठा है, अगर खुलासा कर दिया तो इन्हें देश छोड़ना पड़ जायेगा।
आक्रामक रवैये अख़्तियार करते हुए, संजय राउत ने आगे कहा कि, मेरे पास 121 लोगों के नामों की लिस्ट है। अब जल्द सबूतों के साथ इन नामों को ईडी को सौपूंगा। इन कथित लोगों पर कार्रवाई करने में ही प्रवर्तन निदेशालय को 5 साल से ज़्यादा का वक्त लग जायेगा। तब इन ईडी वालों का पता लगेगा कि, इनका पाला किससे पड़ा है। ईडी ने सियासी आकाओं के कहने पर 10 साल पुराना मामला सामने निकाला है। जिस मामले पर ईडी कार्रवाई करने जा रही है। उसकी जानकारी मैनें पहले ही राज्यसभा में नामाकंन (Nomination in Rajya Sabha) के दौरान हलफनामें में दे दी थी। तब ईडी और भाजपा को तकलीफ क्यों नहीं हुई ?
सफाई देते हुए संजय राउत ने दावा किया कि, जिस 50 लाख के कर्ज का हवाला दिया जा रहा है। उसकी जानकारी आईटीआर में दी गयी थी। सब कुछ शीशे की तरह साफ है। अगर इसी तर्ज उन्होनें भाजपाइयों के परिवार पर हाथ डालना शुरू कर दिया तो उन सभी को देश छोड़ने की नौबत आ जायेगी। भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व उन पर महाराष्ट्र सरकार सहयोग ना देने के लिए दबाव डाल रहा है। भाजपा उनसे शिवसेना की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार गिराने में मदद चाहती है। जिसके लिए वो तैयार नहीं है। इसके साथ ही भाजपा उन्हें डरा और धमका रही है। जिस पर उन्होनें कहा कि, मैं डरा नहीं, मैं उनका बाप हूँ। इसके साथ ही उन्होनें मीडिया को ये भी बताया कि, भाजपा के रडार पर प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) का नाम सबसे ऊपर है।
भाजपा को धमकी देते हुए उन्होनें कहा कि- हम बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) के आदर्शों पर चलते है। सीधी लड़ाई लड़ते है। सियासी घमासान बच्चों और परिवार को आगे नहीं लाते। हम कानून से बढ़कर नहीं है। हम इसके दायरे में ही रहेगें। हम इसका ज़वाब देगें और ये भारी पड़ेगा। भाजपाइयों की संपत्ति में बेहिसाब इज़ाफा हुआ है। कार्रवाई करनी है तो उन पर करिये। ईडी की कार्रवाई के ज़वाब में शिवसैनिकों ने विरोध जताते हुए, मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय के बाहर पोस्टर टांग दिया। जिसमें ईडी ऑफिस को भाजपा कार्यालय बताया गया है।