एजेंसियां/न्यूज डेस्क (मातंगी निगम): पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत (Balochistan Province) के उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश की बीते शुक्रवार (14 अक्टूबर 2022) को एक मस्जिद के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गयी। खारान के पुलिस अधीक्षक आसिफ हलीम ने मीडिया को बताया कि हमलावरों ने खारन इलाके में मस्जिद के बाहर मुहम्मद नूर मेस्कनजई (Muhammad Noor Meskanzai) पर गोलियां चलायी, जिससे गंभीर तौर पर वो घायल हो गये। पूर्व मुख्य न्यायाधीश को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गयी।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर अब्दुल कुदूस बिजेंजो (Chief Minister Mir Abdul Qudus Bijenjo) ने “निडर जज” की मृत्यु पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि उनकी सेवायें “बेमिसाल” थीं। शांति के दुश्मनों के कायरतापूर्ण हमले मुल्क को डरा नहीं सकते। बता दे कि मुहम्मद नूर मेस्कनजई उस समय सुर्खियों में छाये जब उन्होनें ऐतिहासिक फैसला देते हुए कहा था कि रीबा-आधारित बैंकिंग प्रणाली शरीयत के खिलाफ है।
क्वेटा बार एसोसिएशन (QBA- Quetta Bar Association) के अध्यक्ष अजमल खान कक्कड़ ने भी मेस्कनजई की हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि पूर्व जज के निधन से पाकिस्तान का हर नागरिक बेहद दुखी है। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार किया जाये और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाये।
ये वारदात पाकिस्तान के बिगड़ती सुरक्षा हालात के बीच सामने आयी है। इसी महीने की शुरुआत में पाकिस्तान के कानून राज्य मंत्री शहादत हुसैन (Shahadat Hussain) ने माना कि उनके मुल्क में आतंकी साज़िश में काफी तेजी से इजाफा देखा गया है। इस साल पाकिस्तान में सबसे ज्यादा आतंकी घटनायें सितंबर में दर्ज की गईं, इस्लामाबाद के एक थिंक टैंक ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP- Tehreek-e-Taliban Pakistan) की ओर इशारा करते हुए इन वारदातों के लिये उसे जिम्मेदार ठहराया था।
इस साल अगस्त की मुकाबले सितंबर में आतंकी हमलों की संख्या में इज़ाफा हुआ हुई। इस बात की पुष्टि पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) की रिपोर्ट में हुई। बीते सितंबर महीने में 42 आतंकवादी हमले हुए जिसमें अगस्त महीने के मुकाबले 35 फीसदी का इज़ाफा हुआ। फाटा और खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) में भी हिंसा में 106 फीसदी का इज़ाफा देखा गया।
इस साल अगस्त में आतंकवादियों ने पूरे पाकिस्तान में 31 हमले किये, जिसमें 37 लोग मारे गये और 55 अन्य घायल हो गये।