न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): देशभर के कई राज्यों में कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण खाताधारकों के लिये बैंकिंग घंटे (Banking Hours) बदल दिये गये हैं। सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के बैंकों में बैंकिंग घंटों में बदलाव भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के निर्देशों के बाद कया गया। कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल को देखते हुए IBA ने बैंकों को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक काम के घंटे तय करने की सलाह दी है। ये निर्देश 31 मई तक प्रभावी रहेगा। साथ ही सार्वजनिक और निजी दोनों बैंकों पर लागू होगा।
इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने बैंकों को चार अनिवार्य सेवाएं प्रदान करने का भी निर्देश दिया है, जिनमें नकद निकासी, जमा स्वीकार करना, सरकारी व्यवसाय और प्रेषण को शामिल किया गया है। आईबीए ने कहा कि संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की राज्य स्तरीय बैंकिंग समितियां (State level banking Committes) हालातों का जायजा लेंगी और इस मुद्दे पर फैसला लेंगी कि अतिरिक्त सेवाओं की अनुमति दी जाये या नहीं।
आईबीए ने ये भी निर्देश दिया है कि बैंक स्टाफ (Bank staff) को बारी-बारी से बुलाने के साथ कर्मचारियों को अब घर से काम करने की इज़ाजत दी जा सकती है। आईबीए ने सुझाव दिया कि आदर्श रूप से 50% कर्मचारियों को रोटेशन के आधार पर कार्यालय में बुलाया जाये। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भारत में COVID-19 की दूसरी लहर के बीच अपनी शाखाओं के खुलने और बंद होने के समय में भी बदलाव किया है।
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि, अगर जरूरी हो तो ही बैंक का दौरा करें, क्योंकि बैंक 31 मई तक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक सिर्फ चार घंटे के लिये ही खुले रहेगें। एसबीआई ग्राहकों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन जैसे कोविड-19 प्रोटोकॉल्स का पालन कर रहा है। भारत भर में किसी भी एसबीआई शाखा में जाने वाले सभी लोगों के लिये फेस मास्क पहनना जरूरी है। ग्राहकों को बैंक के प्रवेश द्वार पर भी अपने तापमान की जांच करवानी होगी।