एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistani Prime Minister Imran Khan) के बीच अगले हफ़्ते बीजिंग में द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी। पश्चिमी देशों द्वारा बहिष्कृत किये जाने के बाद दोनों नेता शीतकालीन ओलंपिक (Beijing Winter Olympics) की शुरुआत के लिये बीजिंग में होंगे।
रूसी न्यूज़ एजेंसी तास से बात करते हुए क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव (Kremlin spokesman Dmitry Peskov) ने कहा कि, “मैं दोहराना चाहूंगा कि राष्ट्रपति पुतिन के कार्यक्रम पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) के साथ पूर्ण-स्तरीय वार्ता के अलावा कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी। राष्ट्रपति पुतिन 4 फरवरी को चीन में होंगे और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शिखर स्तरीय वार्ता भी करेंगे।”
चीन में विवादास्पद मेगा खेल आयोजन (Controversial mega sporting event) में कई विश्व नेता उद्घाटन में भाग लेंगे। सभी 5 मध्य एशियाई देशों, मोनाको, पापुआ न्यू गिनी, मंगोलिया, मिस्र, सऊदी अरब, कतर, यूएई के नेता बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने वाले विश्व नेताओं में शामिल हैं।
पाकिस्तानी सूत्रों के मुताबिक, दोनों पक्ष काफी उत्सुक थे कि बैठक चीन में हो लेकिन कोविड -19 प्रोटोकॉल और प्रतिबंधों (Corona Protocol And Restrictions) के कारण व्यक्तिगत बैठक नहीं हो रही है। पेसकोव ने टास के हवाले से कहा कि, “समारोह के आयोजकों को अधिकारियों समेत एथलीटों और मेहमानों पर कई गंभीर प्रतिबंध लगाने पड़ते हैं, इसलिए बीजिंग यात्रा के लिये रूसी राष्ट्रपति के कार्यक्रम में साफ वज़हों से किसी तरह की कोई द्विपक्षीय बैठक (Bilateral Meeting) शामिल नहीं है”
इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तानी पीएम ने रूसी राष्ट्रपति से बात की थी। क्रेमलिन रीडआउट (Kremlin Readout) के मुताबिक, “चर्चा व्यापार, अर्थव्यवस्था और ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में रूसी-पाकिस्तानी संबंधों (Russian-Pakistani Relations) के विकास के साथ-साथ कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार का मुकाबला करने पर केंद्रित थी।”
ये दूसरी बार है कि जब किसी द्विपक्षीय योजना पर अमल नहीं हुआ है। इमरान खान और व्लादिमीर पुतिन को बीते सितंबर 2021 में दुशांबे एससीओ शिखर सम्मेलन (Dushanbe SCO Summit) के मौके पर मिलना था, लेकिन बैठक व्यक्तिगत तौर पर नहीं हो सकी क्योंकि रूसी राष्ट्रपति कोरोना मामलों का प्रकोप देखते हुए आखिरी मिनट में शिखर सम्मेलन से बाहर आ गये।