न्यूज डेस्क (ओंकारनाथ द्विवेदी): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज (17 जनवरी 2023) को संघ परिवार के अगुवाई वाले भगवा ब्रिगेड के खिलाफ एक कड़ा बयान जारी किया, क्योंकि उन्होंने साफ कर दिया कि कुछ भी उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS- Rashtriya Swayamsevak Sangh) से आंख मिलाने के लिये मजबूर नहीं कर सकता है। उन्होनें कहा कि आरएसएस कार्यालय में कदम रखने के बदले में वो सिर कटवाना पसंद करेगें। भाजपा नेता और अपने चचेरे भाई वरुण गांधी के कांग्रेस में आने की बढ़ती अटकलों के बीच राहुल ने संघ की विचारधारा से अपना टकराव साफ कर दिया, उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा आरएसएस से मेल नहीं खाती।
राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने कहा कि वरुण ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा को मंजूर कर लिया था और कहा कि वो इसे कभी स्वीकार नहीं कर सकते। उन्होनें आरएसएस कार्यालय में कदम रखने से बेहतर सिर कलम करने को बेहतर बताया। इस पर उन्होनें कहा कि- “वरुण गांधी (Varun Gandhi) बीजेपी में हैं अगर वो यहां आते हैं तो ये उनके लिए एक समस्या हो सकती है। मेरी विचारधारा उनकी विचारधारा से मेल नहीं खाती है। मैं आरएसएस कार्यालय नहीं जा सकता, इससे पहले मुझे सिर कलम करना होगा। मेरे परिवार का एक विचारधारा है। वरुण ने एक और विचारधारा अपनायी और मैं उस विचारधारा को कभी मंजूर नहीं कर सकता”
गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के पंजाब (Punjab) में कदमताल करने के दौरान मीडिया से कहा कि- “मैं निश्चित रूप से उनसे (वरूण गांधी) मिल सकता हूं और उन्हें गले लगा सकता हूं, लेकिन उस विचारधारा और राजनीतिक प्रणाली को मंजूर नहीं कर सकता।”
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों से भाजपा को ‘बड़ा झटका’ लगेगा। उन्होंने कहा, “ये पूरी तरह से साफ है कि आर्थिक संकट, बेरोजगारी और महंगाई से भाजपा को भारी नुकसान होगा। भाजपा के खिलाफ लोगों में भारी गुस्सा है।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज मीडिया के ढांचे पर निशाना साधते हुए दावा किया कि “मीडिया में नफरत फैलाई जा रही है”, साथ ही ये भी आरोप लगाया कि ये “भारतीय मीडिया जगत प्रहरी के बजाय ध्यान भटकाने” की भूमिका निभा रहा है।
राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के फलसफे का हवाला देते हुए “स्वतंत्र मीडिया संस्थानों” का आह्वान किया और कहा कि मीडिया कांग्रेस सरकारों के लिये “फीडबैक चैनल” है।
देश के मौजूदा मीडिया ढांचे की कड़ी आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि- “मीडिया को लगातार नियंत्रित किया जा रहा है और दबाव डाला जा रहा है। पत्रकारों की ज्यादा गलती नहीं है। आपकी मजबूरियां हैं। आपको वो करना होगा जो आपका मालिक आपसे करने के लिये कहता है। जैसा आप मुझे बताते हैं मैं समझता हूं। मैं आपकी आलोचना नहीं कर रहा हूं।”
राहुल गांधी ने कहा, “कांग्रेस का फलसफा स्वतंत्र मीडिया संस्थानों की पैरवी करता है। भले ही कांग्रेस मीडिया को नियंत्रित करना चाहती है, लेकिन हमारे पास इसे लागू करने की क्षमता नहीं है क्योंकि हमारी संरचना भाजपा की तरह केंद्रीकृत नहीं है। हम स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया चाहते हैं। मीडिया में नफरत फैलायी जा रही है। मीडिया वॉचडॉग की बजाय ध्यान भटकाने की भूमिका निभा रहा है। आपकी भूमिका चौकीदार की होनी चाहिये। छोटे व्यवसायियों को कुचला जा रहा है, किसानों को लूटा जा रहा है, लेकिन आप हिंदू-मुसलमान करके ध्यान बंटाते हैं।”
गांधी ने कहा कि मीडिया को सरकार पर दबाव बनाना चाहिए, इसी मुद्दे पर उन्होनें कहा कि “अगर आपको आज़ादी दी गयी होती तो आपने हमारे की ओर से रखे गये डेटा के बारे में पूछते। आपको किसानों के मुद्दों और रोज़गार के मुद्दों जैसे मुद्दों को उठाना चाहिए। हम चाहते हैं कि मीडिया सरकार पर दबाव बनाये। आप कांग्रेस सरकारों के लिये बेहतरीन फीड बैक चैनल हैं।”