नई दिल्ली (दिगांत बरुआ): कोरोना संकट (Corona crisis) के दौरान दिल्ली सरकार बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं (Health systems) को दुरुस्त करने में जुटी हुई है। अस्पतालों के अलावा स्टेडियम, होटल्स और रेलवे कोचों को क्वॉरन्टाइन सेंटर (Quarantine Center) में बदला जा रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार के मंत्रियों का कई जगह आना-जाना लगा रहता है, साथ ही इंफेक्शन (Infection) का जोखिम कम करने के लिए लंबी-लंबी मीटिंग्स में शामिल होना पड़ता है। ऐसे में आम जनता की अपेक्षा दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर कोरोना इंफेक्शन (Corona infection) का खतरा तेजी से मंडरा रहा है। बीते हफ्ते खांसी, सिरदर्द और जुकाम के कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोरोना टेस्ट (Corona test) करवाना पड़ा था। जिसके बाद टेस्ट की रिपोर्ट सामान्य आयी।
ताजा घटनाक्रम में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Delhi Health Minister Satyendra Jain) की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते उन्हें राजीव गांधी अस्पताल (Rajiv Gandhi Hospital) में भर्ती करवाया गया था। फिलहाल उन्हें ऑक्सीजन दी जा रही है, ताकि उन्हें सांस लेने में कोई दिक्कत ना आए। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर करीब से नजरें बनाए हुए हैं। जारी किये गये मेडिकल बुलेटिन (Medical bulletin) के मुताबिक उनकी हालत अभी स्थिर बनी हुई है।
दूसरी ओर कालकाजी से आप विधायक आतिशी मार्लेना (AAP MLA Atishi Marlena) को भी वायरस इनफेक्टेड पाया गया। साथ ही उनकी टीम के दो और लोग भी संक्रमित हैं। आतिशी मार्लेना समेत उनकी टीम के लोग अक्सर उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) से कोरोना के खिलाफ चल रही तैयारियों के सिलसिले से मिलते रहते हैं। इसलिए एहतियातन उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उनके नजदीकी लोगों ने कोरोना जांच करवाई।
दिल्ली में इंफेक्शन के खिलाफ चल रही तैयारियों का जायजा लेते समय मंत्रियों समेत सभी पदाधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि संक्रमण की रोकथाम करने की जिम्मेदारी इन्हीं लोगों के कंधे पर है। अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए, दिल्ली के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों के लिए दोहरी चुनौती होगी।