न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): डॉक्टर्स (Doctors) को भगवान का रूप माना जाता है। गंभीर रूप से जूझ कई मरीज डॉक्टर्स को ही अपनी आखिर उम्मीद मानकर, उन पर पूरा भरोसा करते है। गाहे-बगाहे कुछ ऐसे भी मामले सामने आते है। जिनसे डॉक्टर्स की भगवान वाली छवि दागदार होती है। हाल में कुछ ऐसा मामला पटना के बीजीबी हॉस्पिटल (BGB Hospital) से सामने आया। जहां डाक्टरों की भारी लापरवाही के कारण मरीज का दाहिनी किडनी लापरवाही के कारण निकाल ली गयी।
बेगूसराय का 26 वर्षीय युवक काफी दिनों से पेट के दर्द से जूझ रहा था। हालत बिगड़ती देख बीते सोमवार को उसके परिजन उसे पटना के बीजीबी लेकर इलाज के लिए पहुँचे। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे पथरी के शिकायत बतायी और सर्जरी कराने की सलाह दी। जिस पर परिवार वालों ने अपनी रजामंदी जाहिर कर दी। ऑप्रेशन के बाद हालत में सुधार आने की बजाय युवक की तबीयत और बिगड़ने लगी। जिसके बाद परिजनों के पता लगा कि पथरी की बजाय मरीज का दाहिनी किडनी का ऑप्रेशन (Right kidney operation) कर उसे निकाल दिया गया।
मामले की खुलासा होते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साये लोगों की भीड़ अस्पताल पर जमकर पथराव (Stone Pelting) किया। कंकड़बाग थाना के जवानों ने मोर्चा संभालकर स्थिति को नियन्त्रित किया। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने अपनी लापरवाही और गलती मान ली। साथ ही आगे मरीज के इलाज का पूरा खर्चा उठाने का भी भरोसा दिया। जिसके आधार पर दोनों पक्षों के बीच सुलह समझौता हो गया।
अस्पताल के निदेशक के मुताबिक मरीज की दोनों किडनियों में पथरी थी, साथ पेशाब के रास्ते लगातार खून आ रहा था। मेडिकल रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ कि दिक्कत बाईं ओर की किडनी से हो रही है। ऑप्रेशन के दौरान दाहिनीं ओर की किडनी में नलियों की गांठे दिखाई दी। जिसके फंसने की वजह से लगातार रक्तस्राव (Internal bleeding) हो रहा था। मरीज की जान बचाने के लिए मौके पर तुरन्त किडनी निकालने का फैसला लेना पड़ा। जिसे मरीज के परिवार वालों को सौंप दिया गया अस्पताल प्रशासन मरीज के इलाज का सारा खर्च उठायेगा। फिलहाल अस्पताल प्रशासन और मरीज के परिजनों बीच किसी तरह का कोई विवाद नहीं है।