नई दिल्ली (एकता सहगल): दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बीते रविवार (7 मार्च) का दावा किया कि, Covid-19 महामारी राजधानी दिल्ली में अपने एंडेमिक (महामारी का आखिरी पड़ाव) पर है। गौरतलब है कि किसी खास इलाके में इंफेक्ट रेट में आने वाली कमी बिना किसी बाहरी हस्तेक्षप (External intervention) के एंडेमिक कहलाती है। इस मसले पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि जानकारों का कहना है कि कुछ मामलों में दिल्ली एंडेमिक वाले चरण से गुजर रही है। दिल्ली में लगभग 10 साल पहले स्वाइन फ्लू का प्रकोप देखा गया था, लेकिन अभी भी हर साल इसके कुछ मामले सामने आते हैं। कोरोनावायरस पूरी तरह से खत्म नहीं होने वाला है। हमें इसके साथ रहना सीखना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक दिल्ली में कोरोनावायरस का पॉजिटिविटी रेट एक फीसदी से भी कम है, जबकि पिछले साल नवंबर महीने में ये दर 15 फीसदी थी। खास बात ये है कि बीते दो महीनों से दिल्ली में कोरोनावायरस पॉजिटिविटी रेट (Coronavirus positivity rate) एक फीसदी से नीचे बना हुआ है। कोरोनावायरस की फैलने की दर में बहुत ज़्यादा उतार-चढ़ाव नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अगर सभी चीज़ों पर नियंत्रण रखने के बाद सीओवीआईडी -19 पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से कम होतो ये माना जाना चाहिए कि हालात काबू में है।
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक दिल्ली भर में COVID-19 रोगियों के लिए रिजर्व बेड पर सिर्फ 10 प्रतिशत ही रोगियों के इलाज़ के लिए इस्तेमाल हो रहे है। दिल्ली में काफी रफ्तार से कोरोना टेस्टिंग का काम चल रहा है। जो कि राष्ट्रीय औसत से पांच गुना ज़्यादा है। दिल्ली सरकार ने रविवार को हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए कहा कि, शनिवार को दिल्ली में 91,000 से ज़्यादा कोरोना टेस्टिंग की गयी।