न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर आकाश तोमर (SSP Akash Tomar) की खास निगरानी में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। जिसके पास से 566 ग्राम स्मैक बरामद (Smack Recovered) की गयी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत एक करोड़ रूपये बतायी जा रही है। माना जा रहा है कि एसएसपी सहारनपुर को लंबे समय से इस गिरोह के बारे में खुफ़िया जानकारी मिल रही थी। कप्तान साहब खुद गिरोह की गतिविधियों की मॉनिटरिंग कर रहे थे। साथ ही इनके पीछे मुखबिरों को भी लगाया गया था।
बीते मंगलवार (7 दिसंबर 2021) सरसावा पुलिस और क्राइम ब्रांच की ज्वॉइंट टीम (Joint team of police and crime branch) ने ड्रग्स तस्करों (Drug Smugglers) को बीते मंगलवार (7 दिसंबर 2021) दोपहर करीब डेढ़ बजे के आसपास देहरादून अम्बाला हाईवे बाईपास रोड़ पर बने अण्डरपास से ग्राम झबीरन की तरफ बने सर्विस रोड़ पर ड्रग्स तस्करों को हिरासत में ले लिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि यूपी 25 सीटी-0823 टाटा जैस्ट कार में गिरोह के सदस्य मौके पर पहुँचने वाले है। जिसके बाद उन्हें गिरफ्त में लेने की पुलिस पार्टी ने प्लानिंग तैयार की।
छापेमारी और गिरफ्त की कार्रवाई (Raids And Arrests) के दौरान मौके पर तीन ड्रग्स तस्कर जिसमें एक महिला भी शामिल को पकड़ लिया गया और दो अभियुक्त मौके से फरार हो गये। आसिफ, नाजमा (अभियुक्त आसिफ की पत्नी) और फिरोज अहमद को पकड़ लिया गया। ये तीनों बरेली के रहने वाले बताये जा रहे है, जबकि मामले में दो अन्य अभियुक्त अरविंद और अंकित फरार हो गये। ये दोनों सहारनपुर के सरसावा के निवासी बताये जा रहे है।
पूछताछ के दौरान अपने इकबालिया बयान में अभियुक्तों ने बताया कि- जल्दी और ज़्यादा पैसा कमाने के चक्कर में वो स्मैक को खरीदने और बेचने का काम करते थे। इससे पहले भी वो कई बार बरेली से सहारनपुर आकर अरविन्द उर्फ रोनी और अंकित को स्मैक बेचते रहे है। इस दौरान वो अपने साथ नाजमा को भी रखते है ताकि किसी को उनकी हरकतों पर शक ना हो सके। खासतौर से बैरिकैटिंग के आसपास और पुलिस चैकिंग (Police Checking) के दौरान।
छानबीन करने पर सरसावा पुलिस को पता लगा कि आसिफ, अरविंद और अंकित तीनों का नाम एनडीपीएस एक्ट और धोखाधड़ी कई मामलों ने नामजद है। पुलिस पार्टी ने इनके पास से दो देसी तमंचे, चार जिन्दा कारतूस, 566 ग्राम स्मैक और टाटा जैस्ट कार बरामद की है। फिलहाल पुलिस ने हिरासत में लिये गये अभियुक्तों के खिलाफ आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट (Arms Act and NDPS Act) की विभिन्न धाराओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही फरार अभियुक्तों को पकड़ने के लिये संभावित ठिकानों पर दबिश देने की कार्रवाई जोरों पर है।
बता दे कि गिरोह की धरपकड़ के लिये 14 सदस्यों वाली खास टीम का गठन किया गया था जिसकी कमान थानाध्यक्ष सरसावा धर्मेन्द्र सिंह के पास थी। इस टीम में यूपी पुलिस (UP Police) की अलग अलग यूनिटों के जवान शामिल थे।