एजेंसियां (विश्वरूप प्रियदर्शी): बीती रात बगदाद में अमेरिकी दूतावास (US Embassy) पर एक प्रतिबंधित संगठन ने राकेट हमला कर दिया। जिसे वक़्त रहते अमेरिकन सी-रैम रडार-गाइडेड डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। इस हमले में दूतावास की सुरक्षा में लगा सिक्योरिटी ऑफिसर बुरी तरह घायल हो गया। साथ ही दूतावास की कई कारों और इमारत की भारी नुकसान पहुँचा। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने आशंका जाहिर करते हुए इसमें ईरान समर्थित मिलिशिया गुट (Iran-backed militia group) का हाथ बताया।
इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीनों रॉकेट की तस्वीर साझा कर ट्विट कर लिखा कि- ईरान के अमेरिकी दूतावास (US Embassy) पर बीती रात रॉकेट हमले हुए। वक़्त रहते इन्हें नाकाम कर दिया गया। हमें मालूम है कि ये रॉकेट ईरान से थे। मेरी ईरान को सलाह है कि अगर एक भी अमेरिकी हमले में मारा जाता तो इसका सीधा जिम्मेदार ईरान होगा।
साल 2020 में कई ऐसी घटनाये हुई जिससे लगातार मध्य-पूर्व एशिया में शक्ति संतुलन गड़बड़ा रहा है। जिसकी आशंका पेंटागन काफी पहले ही ज़ाहिर कर चुका है। जनरल कासिम सुलेमानी और शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक की मौत के बाद से ईरान काफी बौखलाया हुआ है। जिसके लिए वो सीधे तौर पर इस्राइल और अमेरिका को जिम्मेदार मानता है। तेहरान का मानना है कि कड़े अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिबंध लागू करके अमेरिकी ईरानी अर्थव्यवस्था को कमजोर करना चाहता है। बावजूद इसके ईरान दुगुने जोश के साथ यूरेनियम संर्वधन क्षमता बढ़ा रहा है। साथ ही अमेरिका के खिलाफ अपनी बौखलाहट को छोटे-मोटे हमले कर शांत कर रहा है।