कल विधानसभा प्रत्याशियों (Assembly candidates) के किस्मत ईवीएम में कैद होगी। लेकिन अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) की किस्मत पर काले बादल आज से ही छाने लगे है। चुनाव आयोग (Election commission) की चाबुक अब अरविंद केजरीवाल की ओर घूम गयी है। चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस (Notice) जारी करते हुए, आचार संहिता (model code of conduct) के उल्लंघन (Violation) का दोषी पाया है। उनके ट्विटर पर अकाउन्ट पर एक वीडियों अपलोड किया गया था। जिसके लिए उन्हें अब ज़वाब तलब किया जायेगा।
इस 06 मिनट 32 सैकेंड के इस वीडियों में केजरीवाल गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को बहस की खुली चुनौती देते हुए सुने जा सकते है। इसके साथ ही उन्होनें कई मुद्दों पर भाजपा को घेरते हुए उनके सीएम पद (CM post) के चेहरे का खुलासा ना करने की बात कही। संबित पात्रा पर चुटकी लेते हुए कहा कि- अगर जनता ने उन्हें दिल्ली की सीएम बना दिया तो बहुत मुश्किल हो जायेगी। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) में कोई भी दिल्ली का सीएम बनने की काबिलियत नहीं रखता है। ये बात वो खुद भी मानती है। मैनें अमित शाह को बहस की चुनौती दी थी, लेकिन वो मैदान छोड़कर भाग रहे है। वो जनता के सवालों से बचना चाहते है।
दिल्ली की जनता से अपील करते हुए केजरीवाल ने कहा कि- दिल्ली की जनता ने एक छोटी सी पार्टी को दिल्ली चुनाव जितवाया। दिल्ली की जनता ने 70 में से 67 सीटें आम आदमी पार्टी को देकर एक नई राजनीति की शुरुआत की थी। अब मौका है देश की राजनीति को बदलने का। पहली बार आम आदमी पार्टी जनता (Aam Aadmi Party) के बीच काम के आधार पर वोट मांगने जा रही है। भाजपा को दिल्ली की जनता ने दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) ने मौका दिया था लेकिन वो वहाँ ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं।
दिल्ली चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग का यह कदम आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है ऐसे में देखना यह दिलचस्प रहेगा कि अरविंद केजरीवाल आचार संहिता उल्लंघन नोटिस (Model Code Violation Notice) का क्या जवाब देते हैं।