न्यूज डेस्क (प्रियवंदा गोप): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) ने आज (21 फरवरी 2022) कहा कि राज्य सरकार जातिगत जनगणना (Caste Census) करायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस काम के लिये जनगणना शुरू करने से पहले राजनीतिक सहमति मांगेगी। मीडिया से बात करते हुए उन्होनें कहा कि “हम राज्य में जातिगत जनगणना करने के लिये प्रतिबद्ध हैं। हम सभी के विचारों और अनुभवों को लेने के लिये सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) करना चाहते हैं। इससे सभी को फायदा होगा।”
जाति जनगणना की अहमियत पर रौशनी डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, ये कवायद सरकार को समाज के विभिन्न वर्गों के विकास के लिये काम करने में सक्षम बनायेगी। हम इसे जल्द ही शुरू करेंगे और ये भी सुनिश्चित करेंगे कि इसे ठीक से लागू किया जाये। एक बार जाति आधारित जनगणना हो जाने के बाद, सरकार उनके विकास के लिये बेहतर ढंग से काम कर सकती है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) से नई दिल्ली में मुलाकात के बाद जद (यू) में उनके (प्रशांत किशोर) फिर से शामिल होने की अटकलों का खंडन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये व्यक्तिगत बैठक थी और इसे राजनीतिक चश्में से नहीं देखा जाना चाहिये। क्या प्रशांत किशोर के साथ मेरा रिश्ता नया है? जब मैं बीमार था तो उसने मुझे फोन किया। जब मैं दिल्ली (Delhi) गया तो मैं उनसे मिला। इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं है।
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर को “विवादास्पद टिप्पणी करने” के लिये जद (यू) से निष्कासित कर दिया गया था। निष्कासन के समय वो जद (यू) के उपाध्यक्ष थे और उन्हें मुख्यमंत्री के करीबी के तौर पर देखा जाता था।