न्यूज डेस्क (ओंकारनाथ द्विवेदी): बिहार के सारण जिले (Saran District of Bihar) के छपरा इलाके में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी और कई बीमार पड़ गये। मामले पर बिहार पुलिस ने कहा कि मरने वालों की तादाद और बढ़ सकती है।
आज (14 दिसम्बर 2022) इसी मुद्दे को लेकर बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में चर्चा हुई। विधानसभा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) उस समय आपा खो बैठे जब विपक्षी भाजपा के नेताओं ने इस मुद्दे पर उनकी सरकार पर हमला बोला। सीएम कुमार ने बीजेपी विधायकों पर चिल्लाते हुए कहा, ‘शराब हो गये हो तुम…।
मामले के विरोध में बिहार के विपक्षी सांसदों ने बाद में राज्य विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी किया। इशावपुर (Ishawpur) इलाके की पुलिस ने मौतों को संदिग्ध बताया है क्योंकि मामला अभी जांच और पोस्टमार्टम से गुजर रहा है। बता दे कि अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार की ओर से बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
मामले पर सारण के एसपी ने कहा कि, “तीन की मौत हुई, लाशें पोस्टमॉर्टम के लिये भेजे दी गयी है, ये संदिग्ध मौतें लग रही हैं। मुझे ये भी जानकारी मिली है कि कुछ और लोगों का अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है।”
मरने वालों में अमित रंजन भी शामिल है, जिनकी छपरा सदर अस्पताल (Chhapra Sadar Hospital) में इलाज के दौरान मौत हो गयी। जिला पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर रंजन (Amit Ranjan) की लाश को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की असल वजहों का पता चल पायेगा।
बीजेपी के एक सदस्य ने आज लोकसभा में बिहार जहरीली शराब का मुद्दा उठाया और सारण के पुलिस अधीक्षक को तत्काल निलंबित करने की मांग की। जनार्दन सिंह सिग्रीवाल (Janardan Singh Sigriwal) ने दावा किया कि बिहार में अवैध शराब के सेवन से रोजाना सैकड़ों लोगों की मौत होती है।