न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): जहानाबाद जिले में कथित तौर पर बीते गुरूवार (13 जुलाई 2023) पुलिस लाठीचार्ज की वज़ह से पार्टी के महासचिव विजय सिंह की मौत के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं (BJP workers) ने आज (14 जुलाई 2023) बिहार विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और काला दिवस मनाया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘हत्यारी नीतीश सरकार इस्तीफा दो’ ‘पटना जिला प्रशासन शर्म करो’ जैसे संदेश और नारे लिखी तख्तियां हाथों में ले रखी थीं। प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक संजय सिंह (BJP MLA Sanjay Singh) को मार्शलों ने बिहार विधानसभा से बाहर कर दिया।
मौके पर मौजूद बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में विपक्ष के नेता और भाजपा के राज्य प्रमुख सम्राट चौधरी (Samrat Chowdhary) ने कहा कि अगर नीतीश सरकार उन्हें गोली मार देगी तो भी वे पीछे नहीं हटेंगे। मीडिया से बात करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि- “नीतीश कुमार बिहार में गुंडाराज चाहते हैं। भले ही वो हमारे खिलाफ एफआईआर दर्ज करें, हमें जेल में डाल दें या हम पर गोलियां चला दें, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हमने पुलिस को विरोध प्रदर्शन करने की जानकारी देते हुए उनसे मंजूरी मांगी है।”
भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) जो कि 8 जुलाई के पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिये पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कूच बिहार जिले (Cooch Bihar District) में भाजपा तथ्य-खोज टीम की अगुवाई कर रहे हैं, ने पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज की निंदा की। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि- “मैं बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं पर नीतीश कुमार के पुलिस की ओर से किये गये हमले की निंदा करता हूं। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जब से आप ममता बनर्जी के दोस्त बने हैं, ऐसा लगता है कि आपने (विपक्ष पर नकेल कसने के लिए) उनके तरीके अपना लिये हैं। क्या आपको लगता है कि आप हम पर हमला कर सकते हैं? हमें हराओ?”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि बीते गुरुवार (13 जुलाई 2023) को पुलिस ने कई भाजपा नेताओं की पिटाई की, जबकि बिहार की पटना राजधानी में पुलिस लाठीचार्ज के दौरान हुई भगदड़ में एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि, “हमारे नेताओं को पीटा गया और लाठीचार्ज के दौरान भगदड़ में एक कार्यकर्ता की मौत हो गयी। उनके कई अंगों में बुरी तरह चोटें आयी।”
मामले को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान (Guru Prakash Paswan) ने भी कहा कि पार्टी के कई कार्यकर्ताओं पर बिना किसी उकसावे के लाठीचार्ज किया गया। पासवान ने कहा कि, “भाजपा कार्यकर्ताओं पर बिना किसी उकसावे के राज्य प्रायोजित बेरहमी बरती गयी। ये बंगाल में लोकतंत्र की हत्या की तरह है।” उन्होंने आगे बिहार के मुख्यमंत्री पर जय प्रकाश नारायण (Jai Prakash Narayan) को जेल भेजने वालों की गोद में बैठने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि, “नीतीश कुमार कहते हैं कि वो जय प्रकाश नारायण के सच्चे अनुयायी हैं। जय प्रकाश नारायण ने अपने जीवनकाल में हमेशा संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिये लड़ाई लड़ी। आज नीतीश कुमार उन लोगों की गोद में बैठे हैं, जिन्होंने जय प्रकाश नारायण को जेल में डाला था।”
हालांकि जदयू नेता केसी त्यागी (JDU leader KC Tyagi) ने दावा किया कि एम्स पटना (AIIMS Patna) के एक डॉक्टर ने कहा कि विजय सिंह के शव पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं हैं, जिससे ये पता चले कि उन्हें पुलिस ने पीटा था। मामले पर त्यागी ने कहा कि, “एम्स पटना के एक डॉक्टर के मुताबिक (बीजेपी नेता विजय सिंह) के शरीर पर ऐसे कोई निशान नहीं थे, जिससे लगे कि उन्हें डंडों से पीटा गया था। हालांकि ये जांच का विषय है।”
बता दे कि बिहार भाजपा ने बीते गुरुवार (13 जुलाई 2023) को आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के एक नेता की पुलिस लाठीचार्ज के दौरान घायल होने के बाद मौत हो गयी, जब पार्टी कार्यकर्ता राज्य में नीतीश सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के दौरान बिहार विधानसभा की ओर मार्च कर रहे थे। पुलिस ने कथित तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बिहार विधानसभा तक मार्च करने से रोकने के लिये आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
भाजपा कार्यकर्ता संशोधित शिक्षक भर्ती नीति समेत कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) जो कि विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे, ने ट्विटर पर कहा कि, “पटना में बिहार पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया गया। जहानाबाद जिले (Jehanabad District) के जीएस विजय कुमार सिंह की क्रूर पुलिस लाठीचार्ज में मौत हो गयी।” मोदी ने कहा कि भाजपा आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का आरोप लगायेगी।