नई दिल्ली (विश्वरूप प्रियदर्शी): इंटीरियर डिजाइनर और उनकी मां की आत्महत्या के मामले में रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) को आज तड़के सुबह मुबंई पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनकी गिरफ्तारी रायगढ़ पुलिस ने की। फिलहाल उन्हें अलीबाग पुलिस स्टेशन (Alibag Police Station) में रखा गया है। जल्द ही उन्हें स्थानीय अदालत के सामने पेश कर दिया जायेगा। दूसरी ओर रिपब्लिक न्यूज ने दावा कर बताया कि, जिस मामले में अर्नब की गिरफ्तारी हुई है, उस मामले को काफी पहले बंद किया जा चुका है। अर्नब गोस्वामी के साथ-साथ फिरोज शेख और नितेश सारदा को भी हिरासत में लिया गया है।
इस प्रकरण को लेकर अब कांग्रेस और भाजपा एक बार फिर आमने-सामने आ गये है। अर्नब की गिरफ्तारी की मुखालफत करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जोरदार सियासी हमला बोला, इस मामले की तुलना इंदिरा गांधी द्वारा लगाये आपातकाल (Emergency imposed by Indira Gandhi) से की। अमित शाह ने ट्विट कर लिखा कि- कांग्रेस और उसके गठबंधन सहयोगियों ने एक बार फिर से लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया। रिपब्लिक टीवी और अर्णब गोस्वामी के खिलाफ ताकत का इस्तेमाल लोकतंत्र के चौथे स्तंभ और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर खुला हमला किया है। ये घटना आपातकाल के दिनों की याद दिलाती है। स्वतंत्र पत्रकारिता (Independent journalism) पर हुए इस हमले का विरोध होना चाहिए और ये जरूर होगा।
इसी मुद्दे पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ट्विट कर लिखते है कि- मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं।
अपने अगले ट्विटर में प्रकाश जावड़ेकर ने लिखा कि- सोनिया गांधी और राहुल गाँधी के नेतृत्व में काम कर रही कांग्रेस अभी भी आपातकालीन मनोस्थिति में है। इसी का सबूत आज महाराष्ट्र में उनकी सरकार ने दिखाया है। लोग ही इसका लोकतांत्रिक जवाब देंगे।
स्मृति ईरानी ने भी ट्विट कर मामले पर अपना रोष जाहिर किया और लिखा कि- स्वतंत्र पत्रकारिता से जुड़े लोग अगर आज अर्नब के समर्थन में नहीं आते तो आप रणनीतिक रूप से फासीवाद के पक्ष में हैं। भले ही आप उन्हें पसंद ना करते हों, चाहे आप उनको मान्यता ना देते हों, भले ही आप उनकी मौजूदगी को नजर अंदाज करते हों लेकिन अगर आप आज चुप रहे तो, इसका मतलब आप दमन की वकालत करते हैं। अगर अगले शिकार हुए तो फिर कौन बोलेगा आपके पक्ष में?
आसाम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने ट्विटकर लिखा कि- देश लोकतांत्रिक इतिहास के लिए एक काला दिवस। मैं मुंबई पुलिस द्वारा वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी पर किये हमले की कड़ी आलोचना करता हूं। बदले की भावना से प्रेरित राजनीति को रोका जाना चाहिए और अर्नब गोस्वामी को तुरंत रिहा करके महाराष्ट्र में प्रेस की स्वतंत्रता को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
भाजपा के धुरंधर नेताओं को मैदान में उतरता देख, भाजपा की इकाइयां भी इस प्रकरण के विरोध में उतर आयी है। इसके के अन्तर्गत आज भारतीय जनता युवा मोर्चा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वासु रुखड़ की अगुवाई में मशाल जुलूस निकाला गया। इस दौरान दिल्ली के ताज मान सिंह होटल, मानसिंह रोड (खान मार्किट के नजदीक) से कांग्रेस मुख्यालय, अकबर रोड तक इस मशाल जुलूस को निकालकर भाजयुमो ने कांग्रेस और उसके गठबंधन सहयोगियों के खिलाफ अपनी कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की।