नई दिल्ली (प्रियवंदा गोप): सीलमपुर दंगों के मामलों में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया। चार्जशीट के मुताबिक इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau) कर्मी अंकित शर्मा (Ankit Sharma) की हत्या आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के पूर्व निगम पार्षद ताहिर हुसैन की अगुवाई में की गई थी। इसके अलावा ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) पर कई और बड़े आरोप भी चार्जशीट में लगाए गए हैं। जिसमें खासतौर से शामिल है चांद बाद में लोगों को दंगों के लिए भड़काना, हिंसक भीड़ को राजधानी स्कूल में आग लगाने के लिए उत्तेजित करना, दंगाइयों को भड़काने के लिए अपना घर इस्तेमाल करने देना और मस्जिद के लाउडस्पीकर से समुदाय विशेष के लोगों के प्रति हिंसा के लिए अफवाह फैलाना।
दिल्ली पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट में ताहिर हुसैन के अलावा नौ अन्य लोगों को भी नामजद किया गया। नामजद किए गए सभी अभियुक्तों के पास से हिंसा में इस्तेमाल किए गए पेट्रोल पंप और दूसरे हथियारों की बरामदगी की बात कही गई है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की जा सकती है। कानूनी जानकारों के मुताबिक चार्जशीट में लगाए गए आरोप अगर सही साबित होते हैं तो ताहिर हुसैन को पुख्ता तौर पर उम्र कैद से लेकर फांसी की सजा तक हो सकती है।
चार्जशीट दाखिल होने के बाद ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान (Amanatullah Khan) ने पुलिसिया कार्रवाई को सांप्रदायिक घृणा से प्रेरित बताया। विधायक के मुताबिक दिल्ली पुलिस जानबूझकर समुदाय विशेष को निशाना बना रही है। इसी मुद्दे पर अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट कर लिखा कि- दिल्ली पुलिस ने आरोप पत्र में ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगों का मुख्य साजिशकर्ता बनाया है, पूरा देश जनता हैं कि दंगे किसने कराये असल दंगाइयों से अभी तक दिल्ली पुलिस ने पूछताछ तक नही की, मुझे लगता है कि ताहिर हुसैन को सिर्फ मुसलमान होने की सज़ा मिली है।
जैसे ही अमानतुल्लाह खान का ये ट्वीट सामने आया, दिल्ली भाजपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी तेजिंदर पाल सिंह बग्गा (Tajinder Pal Singh Bagga) ने पलटवार करते हुए लिखा कि- दिल्ली में दंगे किसने कराये वो तो दिल्ली पुलिस किसी ना किसी तरह पता लगवा ही लेगी। तुम (विधायक अमानतुल्लाह खान) बस अपना ख्याल रखना बाटला हाउस आतंकवादियों के दलाल, जल्द ही तुम्हारा नम्बर भी आने वाला
दूसरी ओर भाजपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) भी अमानतुल्लाह खान पर तीखा हमला करते हुए लिखते हैं कि-
ये बात केजरीवाल क्यों नहीं बोलते कि ताहिर हसैन को सिर्फ मुसलमान होने की सजा मिली हैं। तुम और केजरीवाल मिलकर मुसलमानों को मूर्ख बना रहे हो, दंगो को साजिश कर रहे हो। मैं खुली चुनौती देता हूं कि, अगले 24 घण्टे में यहीं बात केजरीवाल से बुलवाकर दिखाओ कि, ताहिर हुसैन को मुसलमान होने की सजा मिली हैं।
इस मामले पर सभी पक्षों को काफी संयम से टिप्पणी देनी चाहिए। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है। ऐसे में कोई पुख्ता फैसला आने पर ही, ये तय किया जा सकेगा कि दंगे सांप्रदायिक थे या नहीं?