कृषि बिल के विरोध में एक साथ नज़र आयेंगे BKU नेता Rakesh Tikait और Mamata Banerjee, मोदी सरकार के खिलाफ तय करेंगे रणनीति

न्यूज़ डेस्क (हरियाणा): सूत्रों के मुताबिक भारतीय किसान संघ (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) 9 जून को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से मिलने वाले हैं।

सूत्रों के मुताबिक, टिकैत नए केंद्रीय कृषि कानूनों (Agriculture bill) के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध को और तेज करने की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

ख़बरों के मुताबिक, “राकेश टिकैत 9 जून को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलेंगे। वह उन्हें चुनावी जीत पर बधाई देंगे साथ ही किसानों के विरोध पर चर्चा करेंगे।”

विशेष रूप से, टिकैत ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल का दौरा किया था और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लिए प्रचार किया था।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नए कृषि कानूनों के खिलाफ बहुत मुखर रही हैं और उन्होंने किसानों के विरोध को समर्थन दिया। टीएमसी के कई सांसदों ने दिल्ली की सीमाओं का दौरा किया था जहां किसान पिछले साल नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

चूंकि COVID की स्थिति में सुधार हो रहा है, किसान नेता विरोध को तेज करने की योजना बना रहे हैं।

इस बीच, गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग को लेकर शनिवार रात से ही हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना सदर थाने के सामने किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चादुनी और संयुक्त किसान मोर्चा नेता योगेंद्र के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान धरना दे रहे हैं।

केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान पिछले छह महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। कई लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डेरा डाला है। पिछले साल केंद्र और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद गतिरोध बना हुआ है।

किसान 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर तीन नए कृषि कानूनों – किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020 मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 पर किसान अधिकारिता और संरक्षण) कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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