एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): Blast in Pakistan: CPEC परियोजना के तहत कम कर रहे है 6 चीनी इंजीनियरों की बम धमाके में मौत हो गयी। ये सभी इंजीनियर ग्वादर शहर में विकास परियोजनाओं (Development Projects) से जुड़े हुए थे। दूसरी ओर पाकिस्तान के पूर्वी बहावलनगर जिले में शिया मुसलमानों के जुलूस के पास गुरुवार को हुए बम विस्फोट में कम से कम छह लोगों की मौत हो गयी जबकि इसी दौरान 30 घायल हो गये। शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस हमले में ब्लूच फाइटर्स (Baloch Fighters) का हाथ बताया जा रहा हैं। विस्फोट जिले के जेल रोड इलाके के पास हुआ जबकि घायलों में कई महिलायें और बच्चे भी शामिल हैं। घटना के बाद बचाव दल, पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और पीड़ितों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
हाल ही में पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी इलाके में बस में हुए विस्फोट में नौ चीनी इंजीनियरों की मौत हो गयी। इस आतंकी हमले वहां काम करे चीनी नागरिकों में खौफ का माहौल है। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हुईं जिसमें सीपीईसी परियोजनाओं (CPEC Projects) में पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी इंजीनियरों को एके-47 लेकर काम करते हुए देखा गया।
पाकिस्तान में अपने नागरिकों की मौत से चीन भी दहशत में है। चीनी प्रशासन (Chinese Administration) ने जांच के लिए एक टीम भी मौके पर रवाना की थी। वहीं इस्लामाबाद और प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने आका को खुश करने के लिये सभी चीनी नागरिकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया था लेकिन चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (China-Pakistan Economic Corridor) के काम में लगे चीनी श्रमिकों का डर खत्म नहीं हुआ। चीनी इंजीनियरों और मजदूरों ने अपना टूलकिट छोड़कर एके -47 जैसे हथियार उठा लिये है। बावजूद इसके वो सुरक्षित नहीं है।
गुरुवार को भी पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बहावलनगर में शिया समुदाय (Shia community) के एक जुलूस पर हमला किया गया। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गयी और करीब 40 लोग घायल हो गये। हमले के बाद मौके पर भगदड़ मच गयी, जिसकी आड़ में हमलावर वहां से फरार हो गये। इसे अफगानिस्तान में तालिबान के कट्टरपंथी (Taliban extremists) कब्जे के दुष्प्रभाव के तौर पर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि भले ही पाकिस्तान एक इस्लामी देश है लेकिन वहां शिया, अहमदी और कादियानी मुसलमान हमेशा कट्टरपंथियों के निशाने पर रहे हैं। कट्टरपंथियों के दबाव में पाकिस्तान सरकार ने कानून बनाकर अहमदियों को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया है। वहीं कट्टरपंथी शिया मुसलमानों पर हमले करते रहते हैं। मुहर्रम के आसपास जब शिया अपना शोक जुलूस निकालते हैं तो कट्टरपंथी उन पर हमला करने से भी नहीं हिचकिचाते।