एंटरटेनमेंट डेस्क (नई दिल्ली): पद्म श्री कैलाश खेर (Padam Shri Kailash Kher) भारतीय सिनेमा के उन चुनिन्दा गायकों में एक हैं, जिन्होंने अपने प्रतिभा और आवाज़ के दम पर सिनेमा के पार्श्व गायकों में अपनी जगह बनायी। जानकर हैरत होगी कि कैलाश खेर किसी घराने से ताल्लुक नहीं रखते हैं, बल्कि उनकी आवाज़ ही अपने आप में कुदरत का अनमोल तोहफा है, जिसकी पूरी दुनियाँ दीवानी है।
अल्लाह के बन्दे ( ऐसा भी होता है पार्ट टू) मंगल पाण्डेय (जागो रे जागो), फना,(चाँद सिफारिश जो करता हमारी) और जय जयकारा (बाहुबली) के गीत आज भी दर्शकों के लबों पर छाये हुए हैं।
फिलहाल कैलाश खेर, वरदराज स्वामी द्वारा निर्देशित फिल्म कबाड़ द कॉइन (Kabaad-the-Coin) के लिए गाना गा रहे हैं। वरदराज स्वामी ने हमसे कैलाश खेर को लेकर अपना अनुभव शेयर किया। वरदराज स्वामी ने बताया कि, “हमने अपनी फिल्म कबाड़ द कॉइन को “सूरज हुआ मध्यम” फेम गीतकार अनिल पाण्डेय को बुलाया था, उनको सिचुएशन बताकर बोला इस फिल्म (film) के लिए गाने लिख दीजिये| हमारे म्यूजिक डायरेक्टर सन्देश शांडिल्य (Sandesh Shandalya) ने पहले भी उनके साथ काम किया था, तो उन दोनों की understanding बहुत अच्छी थी।”
“अनिल पांडेय ने गाना लिखकर हमको दिया, सन्देश ने गाने को कंपोज़ किया, गाना वास्तव में बहुत ही अच्छा बन गया। अब बात होने लगी सिंगर पर, इस गाने के लिए थोड़ी सूफी और फोक शैली की ज़रूरत थी। सबके तरफ से कैलाश खेर का नाम आया, मैं खुद भी कैलाश खेर का बहुत बड़ा फैन रहा हूँ।
“मुझे पता चला कैलाश खेर अनिल पाण्डेय के बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं, उनके बहुत अच्छे रिश्ते हैं, मैंने बोला अगर अगर कैलाश से गाना गवाना ही है तो आप एक बार क्यों नहीं बात करते? अनिल ने बोला, पैसों की बात आप कर लेना, बाकी मैं मीटिंग करवा दूँगा। अनिल ने कैलाश से बात की जिसके बाद कैलाश ने उनको अपने स्टूडियो, यारी रोड बुलाया। मैं और अनिल पाण्डेय कैलाश के स्टूडियो गये। कैलाश ने बहुत इज्ज़त दी, वो बहुत सहज व्यक्ति के हैं।”
“मैंने कबाड़ द कॉइन कहानी उनको सुनाई, उनको बहुत अच्छी लगी। अनिल ने गाने के बोल बताये वो भी उनको बहुत अच्छे लगे। कैलाश ने बोला मैं गाऊँगा, फिर बात पैसे की आ गयी। मैंने उनको एक respectable अमाउंट देकर मनाया, दो दिन बाद कैलाश के स्टूडियो में गाना को रिकॉर्ड किया गया, गाना बहुत अच्छा बन गया। एक तरीके से कैलाश ने हमको बहुत प्यारा सा गाना गिफ्ट कर दिया।”
वरदराज स्वामी ने कहा कि, “मैं तारीफ के लिए नहीं कहना चाहूंगा, दरअसल कैलाश ने गाने को गाया इतना अच्छा है कि एक बार सुन ले जुबान पर चढ़ जाता है। मेरी भविष्यवाणी है कि ये गाना शादी हो, बर्थडे हो, या फिर दोस्तों की महफ़िल हो हर जगह सुनने को मिलेगा।”
ये तो हम भी जानते है की कैलाश खेर का अपना एक अलग ही अंदाज़ है जिसके कारण वो अपने हर उम्र के फैन के दिलो पर एक अलग की छाप छोड़ देते है। लेकिन अब ये तो वक़्त ही बताएगा की कैलाश ख़ैर ये नया ट्रैक bollywood की टॉप ट्रेंडिंग लिस्ट में कौन-से पायदान पर अपनी जगह बनता है और कितने दिन तक टिकता है ।