न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में संकट आज (5 जुलाई 2023) उस वक्त बढ़ गया, जब दोनों गुटों ने शक्ति प्रदर्शन के लिये एक साथ एक ही वक्त पर बैठकें कीं। बता दे कि शरद पवार (Sharad Pawar) की अगुवाई वाली राकांपा मुंबई के वाईबी चव्हाण सभागार (YB Chavan Auditorium) में अपने सदस्यों की बैठक कर रही है, जबकि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट (एमईटी) में राकांपा सांसदों, विधायकों, एमएलसी, जिला प्रमुखों और राज्य प्रतिनिधियों की बैठक में हैं।
वाईबी चव्हाण सभागार में बैठक के मंच पर शरद पवार की तस्वीर है। अजीत पवार की अगुवाई वाले गुट ने अपने नेताओं के साथ शरद पवार की तस्वीर लगायी है और पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘घड़ी’ को भी खासतौर से यहां लगाया गया है।
दोनों गुटों ने पार्टी पर अपना दावा बनाये रखने करने के लिये अहम नियुक्तियों की घोषणा के बाद ये बैठकें की। अजित पवार की अगुवाई वाला राकांपा गुट एमईटी बांद्रा (MET Bandra) में अपनी निष्ठा दिखाने के लिये पार्टी कार्यकर्ताओं से शपथ पत्र ले रहा है। वहीं दूसरी ओर शरद पवार के वफादारों ने वाईबी चव्हाण सेंटर में उनके समर्थन में नारे लगाये।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में संकट रविवार को अजित पवार के पाला बदलने और एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार (Eknath Shinde-BJP government) में उपमुख्यमंत्री के तौर पर शामिल होने से पैदा हुआ है। रविवार (2 जुलाई 2023) को पवार के साथ एनसीपी के आठ विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी। शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने नौ विधायकों के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Maharashtra Assembly Speaker Rahul Narvekar) के पास अयोग्यता याचिका दायर की है।
अजित पवार के अलावा छगन भुजबल, दिलीप पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडो, धर्मरावबाबा अत्राम, अदिति तटकरे, संजय बंसोडे और अनिल पाटिल (Sanjay Bansode and Anil Patil) रविवार को एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फड़नवीस महाराष्ट्र सरकार में मंत्री के तौर पर शामिल हुए। शरद पवार ने अपने करीबी प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे (Praful Patel and Sunil Tatkare) को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिये पार्टी से निकाल दिया है।
बगावत के मसले पर शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी की ओर से प्रफुल्ल पटेल को लिखी चिट्ठी में जिक्र किया गया है कि- “पार्टी के निर्देश और जनादेश का उल्लंघन करके अजित पवार और मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ अन्य विधायकों का समर्थन करने की आपकी हरकतें प्रथम दृष्टया पार्टी विरोधी गतिविधियों के समान हैं और ये माना जायेगा कि आपने स्वेच्छा से राष्ट्रवादी कांग्रेस की सदस्यता छोड़ दी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ने के आपके कामों को देखते हुए मैं औपचारिक रूप से पार्टी के सदस्यता रजिस्टर से आपका हटा रहे है।”
चिट्ठी में आगे कहा गया कि- आपकी कार्रवाई पार्टी अध्यक्ष की जानकारी या सहमति के बिना, गुप्त तरीके से, पार्टी छोड़ने की तरह है, जो कि बदले में प्राथमिक सदस्यता से अयोग्यता को न्यौता देती है”।
बता दे कि राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल शरद पवार के करीबी सहयोगी रहे हैं और उन्हें पिछले महीने एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। वो पवार के साथ कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने दोनों सांसदों के खिलाफ कार्रवाई के लिये पार्टी आलाकमान को खत लिखा था।