न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): ट्रैडीं न्यूज के अपने सूत्रों के हवाले से खब़र मिल रही है कि भाजपा के दिग्गज़ नेता यशवंत सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। वो काफी समय से भाजपा शीर्ष नेतृत्व से खफ़ा चल रहे थे। जिसके कारण साल 2018 में उन्होनें भाजपा का साथ छोड़ दिया। जिसके बाद उन्होनें पार्टी आलाकमान और कार्यकारिणी की कार्यशैली पर जमकर हमले किये थे। यशवंत सिन्हा ने भाजपा में रहकर मोदी सरकार की कई मौकों पर खुली आलोचनायें की। जिसकी वज़ह से उन्हें लंबा राजनीतिक अज्ञातवास झेलना पड़ा। ऐसे में मजबूरन राजनीति की मुख्यधारा में आने के लिए उन्होनें टीएमसी की साथ थामा।
हाल ही में उन्होनें नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमले पर ट्विट कर भाजपा को कटघरे में खड़ा किया था। जिसके ठीक तीन दिन बाद उनकी टीएमसी में एकाएक एन्ट्री (Abrupt entry) हुई। उन्होनें अपने ट्विट में लिखा था कि, भाजपा पर शर्म करो। घायल सीएम ममता बनर्जी के प्रति सहानुभूति रखने के बजाय उनका मजाक उड़ाया जा रहा है।
टीएमसी में शामिल होने का इशारा उन्होनें बीते गुरूवार एक ट्विट के जरिये दे दिया था। जिसमें उन्होनें लिखा कि, बंगाल की लड़ाई भारत की लड़ाई है। बंगाल के मतदाता इस चुनाव में भारत के भविष्य के लिए मतदान (Vote for the future) करेंगे।
टीएमसी शामिल होने के बाद यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर से भाजपा पर तीखा हमला किया और कहा कि, पीएम मोदी और अमित शाह की अगुवाई में सभी लोकतान्त्रिक संस्थायें कमजोर पड़ी है। जिसमें भारतीय न्यायपालिका खासतौर से शामिल है। मौजूदा और बन रहे हालात देश के लिए गंभीर नतीज़े पैदा कर सकते है। अटल बिहारी जी प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान वाली भाजपा सर्वसम्मति से फैसला लेने में यकीन रखती थी। मौजूदा बीजेपी सरकार कुचलने और छल प्रंपच रचने में विश्वास रखती है। आज अकाली दल, बीजू जनता दल और शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। आज भाजपायी खेमे में कौन खड़ा है?
बंगाल की आगामी नतीज़ों की भविष्यवाणी करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि, बेशक तृणमूल कांग्रेस भारी बहुमत के साथ कोलकाता के सत्ता सदन में वापसी करेगी। बंगाल विधानसभा के नतीज़े पूरे देश में ये संदेश देगें कि, दिल्ली में बैठकर मोदी और शाह जो कुछ षड्यंत्र रच रहे है। अब उनको देश किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा। इस मौके पर वो टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के साथ टीएमसी का झंडा थाम दिखे।