एजेंसियां/न्यूज़ डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): सत्ता हस्तांतरण को लेकर कैपिटल हिल में हुई हिंसा (Capitol Hill Violence) से पूरा विश्व स्तब्ध है। पूरे दुनिया में लोकतन्त्र और मानवाधिकारों की रहनुमाई करने वाले अमेरिका में इन हालातों को वैश्विक स्तर पर काफी हास्यापद माना जा रहा है। जिससे कई जानी-मानी अमेरिकी हस्तियां शर्मसार है। हाल ही में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप और इस प्रकरण की खुली निंदा करते हुए इसे अमेरिकी लोकतान्त्रिक इतिहास में अपमानज़नक और शर्मनाक बताया। इस हिंसात्मक वारदात को याद रखा जायेगा। गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा हुई हिंसा के कारण अमेरिकी संसद का संयुक्त सत्र (Joint session of the american parliament) टालना पड़ा, जिसमें नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत पर चर्चा की जानी थी।
पूर्व स्टेट सेक्रेटरी हिलेरी क्लिंटन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा- निर्विरोध और स्वतन्त्र चुनावी प्रक्रिया के बाद शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण में देश के आंतकियों ने हमला किया है। हमें दुबारा विधि द्वारा स्थापित लोकतान्त्रिक प्रक्रिया बहाल करनी होगी और मौजूदा हालातों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराना होगा। लोकतंत्र बेहद नाज़ुक होता है। ऐसे हमारे नेताओं को इसकी रक्षा करने जिम्मेदार और प्रतिबद्धता का संभालना होगा। कैपिटल हिल हिंसा की घटना से आहत होकर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ’ब्रायन (US National Security Advisor Robert O’Brien) और सहयोगी मैथ्यू पोटिंगर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद हालातों के समीक्षा करते हुए, कई और आला अधिकारी इस्तीफे का मन बना रहे है।
दूसरी ओर मेलानिया ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ स्टेफनी ग्रिशम (Chief of Staff Stephanie Grisham) ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के बाद उन्होनें सार्वजनिक बयान देते हुए कहा कि- व्हाइट हाउस में काम करते हुए देश की सेवा करना फक़्र की बात है। मुझे फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप ने बच्चों की मदद करने वाले मिशन का हिस्सा बनाया। इसके लिए मुझे गर्व है। अन्तर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा मैथ्यूज और सामाजिक सचिव रिकी निकेता ने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ क्रिस लिडेल भी जल्द इस्तीफा दे सकते है। कैपिटल में हुए इस प्रकरण से ट्रम्प विरोधियों की आलोचनाओं के घेरे में आ गये है। इससे चीन और ईरान को मखौल उड़ाने का मौका मिल गया है। अब देखना दिलचस्प रहेगा कि, आगे हालात सामान्य होते है या और हिंसात्मक। फिलहाल जो बाइडन अभी राष्ट्रपति पद पर आसीन नहीं हुए है।