न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): कैप्टन अमरिंदर सिंह के पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद खुलासा किया कि वो जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते है। इन अटकलों के बीच आज वो दिल्ली दौरे पर है, जिससे इन बातों को हवा मिल रही है कि वो भाजपा का दामन थाम सकते है। माना जा रहा है कि आज शाम उनकी मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Union Minister Ramdas Athawale) ने कैप्टन सिंह को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का न्यौता दिया था और कहा था कि उन्हें कांग्रेस छोड़ देनी चाहिये जिससे कारण वो अपमानित हुए। अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद पंजाब में एनडीए को सत्ता में लाने के लिये कैप्टन अमरिंदर सिंह काम आ सकते हैं। ‘मैं कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछना चाहता हूं कि ऐसी पार्टी में रहने का क्या फायदा जिसने आपको अपमानित किया है। मैं उनसे कांग्रेस पार्टी छोड़ने और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन (NDA alliance) में शामिल होने की गुज़ारिश करता हूं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीते 18 सितंबर को पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Punjab Governor Banwarilal Purohit) से मुलाकात के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और अपनी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा भी सौंप दिया था। माना जा रहा है कि ये झगड़ा तब शुरू हुआ जब जुलाई में कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने नवजोत सिद्धू (Navjot Sidhu) को अपना पंजाब प्रमुख नियुक्त किया, हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह इस फैसले से खुश नहीं थे। इसके बाद अगस्त महीने में चार मंत्रियों और लगभग दो दर्जन पार्टी विधायकों ने अमरिंदर सिंह के खिलाफ शिकायतें कांग्रेस आलाकमान को दर्ज करवायी। जिसमें ये बात निकलकर सामने आयी कि वे अब उन पर भरोसा नहीं करते हैं।
उनके इस्तीफे के बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Haryana Home Minister Anil Vij) और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग (BJP National General Secretary Tarun Chugh) समेत कई भाजपा नेताओं ने कैप्टन को भाजपा से हाथ मिलाने के लिये आमंत्रित किया था। अनिल विज ने कहा था कि, न सिर्फ अमरिंदर सिंह बल्कि पंजाब में सभी राष्ट्रवादी ताकतों को "कांग्रेस के गेमप्लान को हराने के लिये" हाथ मिलाना चाहिए।