न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज (7 मई 2021) सेन्ट्रल विस्टा परियोजना (Central Vista Project) के मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को मौजूदा COVID-19 संकट के बीच लोगों जान बचाने को प्राथमिकता देनी चाहिये। जबकि सरकार आम आदमी की ज़िन्दगी को दरकिनार कर प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने लगी हुई है। ट्विटर पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए गांधी ने लिखा कि, “सेंट्रल विस्टा पर गलत तरीके से पैसे फूंके जा रहे है। आम आदमी के जीवन को केंद्र में रखते हुए उनकी ज़िन्दगी बचानी चाहिये लेकिन मोदी सरकार अंहकार में अंधी होकर नयी संसद पाने के लिये बेकरार है।
इससे पहले भी राहुल गांधी ने सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर सरकार को घेरा था और कहा था कि इस रकम का इस्तेमाल पूरी तरह से 45 करोड़ भारतीयों के टीकाकरण करने या फिर एक करोड़ ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) खरीदने के लिये किया जा सकता था। इससे 2 करोड़ परिवारों को 6000 रुपये दिये जा सकते है। प्रधानमंत्री का अहंकार लोगों के जीवन से बड़ा है। गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट के लिए 13450 करोड़ रुपयों का आंबटन किया गया है।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने बीते बुधवार (5 मई 2021) को COVID-19 मामलों में इज़ाफे के बीच केंद्र सरकार के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य को रोकने के लिए एक याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति व्यक्त की थी। अन्या मल्होत्रा और सोहैल हाशमी द्वारा दायर याचिका पर शीर्ष अदालत ने कहा कि, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट रिडेवलेपमेंट के तहत सभी निर्माण कार्यों को रोक दिया जाये। जिसके लिये दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (Delhi Disaster Management Authority) आदेश जारी करें।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि “हम इसे देखेंगे।” हालांकि शीर्ष अदालत ने मामले की सुनवाई के लिये कोई तारीख नहीं दी है। राष्ट्रीय राजधानी में 20,000 करोड़ रुपये की परियोजना का निर्माण केंद्र सरकार द्वारा “आवश्यक सेवाओं” के दायरे में किया जा रहा है।