न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया (Bettiah in West Champaran District) से दरिन्दगी की एक खौफनाक वारदात की खब़र सामने आयी है। बिहार पुलिस के मुताबिक साल 2012 के निर्भया सामूहिक बलात्कार (Nirbhaya Gang Rape) के तर्ज पर नाबालिग बच्ची से कुछ दरिन्दों ने बस के अंदर कथित तौर पर गैंगरेप किया। पुलिस के मुताबिक पीड़िता बेहोशी की हालत में बस में पायी गयी। पुलिस ने पीड़िता का बयान भी दर्ज किया, जिसमें उसने आरोप लगाया कि ड्राइवर और उसके साथी ने उसे कोल्ड ड्रिंक पिलायी, जिसके बाद वो बेहोश हो गयी।
पुलिस ने पीड़िता के बयान का हवाला देते हुए बताया कि कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद उन्होनें उसे बेहोश कर दिया और आरोपियों ने नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बेतिया के उप-मंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) मुकुल पांडे (Mukul Pandey) ने मीडिया को बताया कि, “तीन लोगों पर पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में बस के अंदर नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने का आरोप लगाया गया है। लड़की बदहवासी की हालत में बस में मिली थी।” .
तीन आरोपियों में से दो लोगों को पुलिस ने बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया। मामले पर मुकुल पांडे आगे ने कहा कि, “बस को जब्त कर लिया गया है, बस के चालक और सहायक को गिरफ्तार कर लिया गया है।” इसके अलावा पुलिस ने लड़की को मेडिकल परीक्षण (Medical Tests) के लिये भेज दिया और गिरफ्तार दोनों आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि साल 2012 के गैंगरेप मामले में नई दिल्ली में 23 साल की फिजियोथैरेपी की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और बेरहमी से मारपीट की गयी थी। गहरी और अंदरूनी चोटों के कारण उसने दमतोड़ दिया। जिसके बाद देश भर में व्यापक आक्रोश और विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला था। निर्भया गैंगरेप मामले में छह लोग शामिल थे।
मुकदमे के दौरान मुख्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। बाद में छानबीन के दौरान एक अन्य आरोपी को वारदात के वक़्त नाबालिग पाया गया, जिसे बाद में सुधार गृह भेज दिया गया और वो वहां से तीन साल बाद रिहा कर दिया गया। जबकि मामले में चार दोषियों- विनय, अक्षय, पवन और मुकेश को दोषी ठहराया गया और गैंगरेप के लिये उन्हें मौत की सजा मुकर्रर की गयी।