न्यूज़ डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2021) इस साल 3 मई से शुरू होने वाली है। उत्तराखंड सरकार ने धार्मिक यात्रा में हिस्सा लेने वाले तीर्थयात्रियों के लिये कोरोना निर्देश जारी कर दिये है। ये पवित्र यात्रा चार धाम देवस्थानम बोर्ड द्वारा संचालित की जाती है। बोर्ड के अध्यक्ष रविनाथ रमन ने कहा कि, हालातों का मूल्यांकन किया जा रहा है, जल्द ही मानक संचालन प्रोटोकॉल (एसओपी) को जारी कर दिया जायेगा। पिछले साल की तरह इस बार भी यात्रा का काफी सावधनियों के साथ पूरा करवाया जायेगा।
फिलहाल राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिये निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट ले जाना जरूरी कर दिया है। साल 2019 में करीब 38 लाख तीर्थयात्रियों ने चारधाम की यात्रा की थी। साल 2020 में कोरोना महामारी की वज़ह से सिर्फ 4.2 लाख तीर्थयात्री इस यात्रा में शरीक हो पाये थे। महामारी के हालातों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) ने पहले से ही पुख़्ता तैयारियां करना शुरू कर दिया है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि, प्रदेश अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेशों पर केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, और गंगोत्री की यात्रा करने के लिये SOP जारी करेगें। जिसमें कई नियम कायदे शामिल होगें। माना जा रहा है कि तीर्थयात्रियों को पहले खुद का रजिस्ट्रेशन करवाकर राज्य सरकार से ई-पास हासिल करने की जरूरत होगी। रिपोर्ट के मुताबिक संभावित एसओपी के तहत तीर्थयात्रियों को पहचान और पते का प्रमाण पेश करना होगा।
अगर किसी प्राकृतिक आपदा जैसे भूस्खलन, अत्यधिक वर्षा और अन्य किसी कारण से तीर्थयात्रियों की आवाजाही (Pilgrimage) में रूकावट पैदा होती है तो यात्रा रोकी जा सकती है। साथ ही यात्रा के समय को भी बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही राज्य सरकार प्रतिदिन तीर्थ यात्रा पर आने वाले लोगों का कोटा निर्धारित कर सकती है ताकि सीमित तादाद में ही लोग दर्शन और यात्रा कर सके।