एजेंसियां/न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): पेंटागन (Pentagon) ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि चीन ने भारत के साथ उसके संबंधों में दखलअंदाजी के खिलाफ वाशिंगटन (Washington) को आगाह किया। अमेरिकी कांग्रेस को सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन (China) बार-बार भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में संघर्ष की गंभीरता को कम करके आंक रहा है, ये कहते हुए कि भारत सिर्फ सीमा स्थिरता को बनाये रखना चाहता है।
अमेरिकी रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि चीन भारत को संयुक्त राज्य अमेरिका (US) के साथ ज्यादा करीबी से भागीदारी करने से रोकना चाहता है, यही वजह है कि वो वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव पैदा कर रहा है। उन्होंने अमेरिका से ये भी कहा है कि वो भारत के साथ चीनी रिश्तों में दखल न दे। इस क्रम में आगे कहा गया है कि चीन ने 2021 में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ढांचागत विकास जारी रखा।
मई 2020 की शुरुआत में चीनी और भारतीय सेना को एलएसी के साथ कई जगहों पर कंटीले तारों में लिपटी चट्टानों, डंडों के साथ आपसी खूनी झड़पों का सामना करना पड़ा। नतीज़न इस गतिरोध ने सीमा के दोनों ओर से हिंसक गतिरोधों को रफ्तार दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि एलएसी पर कोई भी पक्ष अपनी स्थिति से नहीं हिला, जबकि चीन ने वास्तविक सीमा के साथ लगे भारत के बुनियादी ढांचे में लगातार इजाफा करने का आरोप लगाया, भारत ने चीन पर भारतीय इलाके में आक्रामक घुसपैठ (Aggressive Intrusion) शुरू करने का आरोप लगाया था।
साल 2020 में शुरू हुए गतिरोध को हल करने के लिये भारत और चीन के बीच कई दौर की सैन्य-स्तरीय वार्ता हुई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। दोनों पक्ष कुछ अहम इलाकों से पीछे हटे हैं लेकिन पूरी तरह से एक दूसरे के इलाके से पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी है।
जून 2020 में दोनों पक्षों के बीच डंडों, पत्थरों और धारदार हथियारों से खूनी संघर्ष हुआ, इस बीच ड्यूटी के दौरान बिहार रेजीमेंट (Bihar Regiment) के 20 सैनिक शहीद हो गये। इस दौरान कई चीनी सैनिक भी मारे गये लेकिन बीजिंग (Beijing) की ओर से इस मुद्दे पर मारे गये चीनी सैनिकों की संख्या का कभी आधिकारिक खुलासा नहीं हो पाया।