न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): चीन की ओर से सैन्य तैनाती और दुष्प्रचार (Chinese propaganda) से दक्षिण एशिया का शक्ति संतुलन लगातार डगमगा रहा है।चीनी सेना के पास लंबे समय से असल ज़मीनी लड़ने का कोई तर्जुबा नहीं है। जिसके चलते वो ज़्यादातर मनोवैज्ञानिक तकनीकों और दुष्प्रचार (Psychological Techniques and Propaganda) का सहारा लेता है। जिससे कि विपक्षी पर सामरिक बढ़त हासिल की जा सके। हाल में इसकी ताजा मिसाल दिखी जब चीन ने सीमावर्ती इलाकों में पंजाबी गाने बजाये और भारतीय सैनिकों को मनोबल तोड़ने के लिए तकरीरें जारी की।
हाल ही में कुछ इसी तरह की हरकत चीन ने अमेरिका के खिलाफ की है। ताइवान में चेक गणराज्य के प्रतिनिधिमंडल के आने और लगातार अमेरिकी शीर्ष अधिकारियों (US top officials visit Taiwan) के ताइवान दौरे से ड्रैगन बुरी तरह बौखलाया हुआ है। इसी के चलते वाशिंगटन को चेतावनी देने के लिए बीजिंग की ओर से एक स्मियुलेट वीडियों जारी किया गया है। जिसमें दिखाया गया है कि चीनी वायुसेना अपने एच-6के बमवर्षक विमान (Chinese H-6K bomber aircraft) का इस्तेमाल कर प्रशांत महासागर के गुआम द्वीप पर बने अमेरिकी सैन्य अड्डे का तबाह कर दिया है।
इस वीडियो को हॉलीवुड फिल्म के ट्रेलर के तर्ज पर बनाया गया है। जिसमें दिखाया गया है कि किसी अज्ञात स्थान पर चीनी एयरबेस पर हथियारों से लैस एच-6के बमवर्षक विमान मिशन के लिए उड़ान भरते है। उड़ान भरने के बाद दो अन्य विमानों के साथ स्ट्रैटजिक फॉर्मेशन (Strategic formation) बनाते हुए पायलट फायर का बटन दबा देता है। जिसके बाद एक मिसाइल समुद्र किनारे बने रनवे को नेस्तनाबूत कर देती है। इतने में ही स्क्रीन पर एक सैटेलाइट इमेज उभरती है। सैटेलाइट इमेज हूबहू गुआम में बने अमेरिकी मिलिट्री बेस (American military base in Guam) जैसी है। वीडियों को नाटकीय ढ़ंग देने के लिए म्यूज़िक, स्लो मोशन और दूसरी एडिटिंग तकनीकों का भी सहारा लिया गया है।
फिलहाल अमेरिकी इस वीडियो को लेकर चीनी डिफेंस और अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमान (American Indo-Pacific Command) की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है। वीडियों की मदद चीन अमेरिका को ये ज़ाहिर कर देना चाहता है कि उसके शस्त्रागार में लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार शामिल है, जिनका इस्तेमाल वो वक्त पड़ने पर कर सकता है। वीडियो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के वीबो अकाउंट (Weibo account of the People’s Liberation Army) पर बतौर सांकेतिक चेतावनी डाला गया। गुआम में बना अमेरिकी मिलिट्री बेस चीन का घेरने के लिहाज़ से काफी अहम है। किसी भी सैन्य संघर्ष की स्थिति में अमेरिकी बल यहां से प्रशांत, दक्षिण-एशिया और दक्षिण चीन सागर में अपनी रणनीतिक धमक का अहसास करवा सकते है। साथ ही यहां भारी तादाद में अमेरिका ने गोला बारूद इकट्ठा कर रखा है। फिलहाल ड्रैगन की ये मौजूदा कवायद वाशिंगटन को भड़काने का काम कर रही है।