पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। हाल ही में सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने संयुक्त राष्ट्र के हस्तेक्षप की मांग की थी। जिसमें यूएन के स्वतन्त्र पर्यवेक्षकों की निगरानी में जनमत संग्रह की बात कही गयी थी। ममता बनर्जी के इस बयान के बाद उनकी चौतरफा निंदा हुई। कुमार विश्वास, निर्मला सीतारमण, मनोज तिवारी और स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी के इस बयान की जमकर आलोचना की। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व लोगों के बीच ये बात फैलाने में कामयाब रहा कि, ममता बनर्जी का ये बयान देश की संप्रभुत्ता और अखंडता के विरूद्ध है। देश के आतंरिक मामलों में संयुक्त राष्ट्र का दखल कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
दिलीप घोष ने ममता बनर्जी को घेरा
ममता बनर्जी के खिल़ाफ मोर्चा खोलते हुए पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा- ममता बनर्जी पाकिस्तान की जुबान बोल रही है। जिस तरह से बात-बात पर पाकिस्तान यूएन इन्टरवेंशन और मध्यस्थता की बात करता है। ठीक उसी तर्ज पर ममता बनर्जी का मौजूदा रूख़ है। उन्हें सरकार में रहने का कोई हक़ नहीं है। न्यायपालिका, संसदीय तन्त्र और कानून-व्यवस्था में उनकी कोई आस्था नहीं है। टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल सरकार को तुरन्त बर्खास्त किया जाना चाहिए।
मेरे रहते पश्चिम बंगाल में सीएए लागू नहीं होगा- ममता बनर्जी
बीते दिन कोलकाता में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा- संयुक्त राष्ट्र या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जैसे किसी निष्पक्ष और तटस्थ संगठन को सीएए और एनआरसी के मसले पर समिति का गठन करना चाहिए। जो इस बात की निगरानी करे कि कितने लोग इसके पक्ष में है और कितने इसके खिल़ाफ। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने ये दावा भी पेश किया कि, उनके रहते ये कानून पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होगा। ममता के इस नज़रिये के साथ कई सूबों के सीएम साथ खड़े नज़र आये जिनमें पिनराई विजयन, नवीन पटनायक, कैप्टन अमरिन्दर सिंह, नीतिश कुमार और अशोक गहलोत का नाम खासतौर से शामिल है।