न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज (30 मई 2022) पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) की सुरक्षा कम करने के फैसले की जांच के आदेश दिये, जिनकी रविवार (29 मई 2022) को दिनदहाड़े हत्या कर दी गयी थी। मामले पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि, “मुख्यमंत्री पहले ही सुरक्षा में कमी और जिम्मेदारी तय करने के पहलुओं की जांच के लिये उच्चतम स्तर पर जांच के आदेश दे चुके हैं।” मान ने साफतौर पर कहा कि- दिवंगत गायक की सुरक्षा में कमी के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और चूक की जिम्मेदारी अगर कोई हो तो निश्चित रूप से तय की जायेगी।
पंजाब पुलिस (Punjab Police) द्वारा मूसे वाला समेत 424 लोगों की सुरक्षा वापस लेने के दो दिन बाद कल सिद्धू मूसे वाला की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सिद्धू मूसे वाला की हत्या के मामले की जांच के लिये पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय (Punjab and Haryana High Court) के मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग के गठन की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने गायक के पिता बलकौर सिंह सिद्धू (Balkaur Singh Sidhu) की गुज़ारिश को मंजूर करते हुए कहा कि राज्य सरकार पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से इस मामले की जांच पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से कराने का अनुरोध करेगी। पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला के पिता बलकौर सिंह ने मान को खत लिखकर मांग की थी कि मामले की जांच हाई कोर्ट के मौजूदा जज से करायी जाये। उन्होंने इस घटना को गैंगवार (Gangwar) से जोड़ने के लिये पंजाब के डीजीपी से माफी की भी मांग की और साथ ही उन्होनें कहा कि जिन अधिकारियों ने सुरक्षा वापस लेने के आदेश को सार्वजनिक किया, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिये।
मारे गए गायक के पिता ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI- Central Bureau of Investigation) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA- National Investigation Agency) से भी जांच कराने का अनुरोध किया है। जिस पर सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जैसी किसी भी केंद्रीय एजेंसी को शामिल करने समेत इस जांच आयोग के साथ पूरी तरह सहयोग सुनिश्चित करेगी। उन्होंने आगे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब से इस घटना के बारे में कल (29 मई 2022) की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में स्पष्टीकरण जारी करने के लिये कहा जिसमें उन्होंने हत्या को गैंगवॉर से जोड़ा था।
सिद्धू मूस वाला की जघन्य हत्या की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने साफतौर पर कहा कि सरकार इस जघन्य अपराध के अपराधियों को सलाखों के पीछे डालने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने मामले की तुरन्त और गहन जांच के लिये पुलिस को पहले ही निर्देश जारी कर दिये हैं।
गौरतलब है कि मानसा जिले के जवाहरके गांव में अज्ञात हमलावरों द्वारा सिद्धू मूस वाला की गोली मारकर हत्या करने के बाद पंजाब पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मानसा पुलिस स्टेशन में सिटी-1 में भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 307 और 341 और आर्म्स एक्ट (Arms Act) की धारा 25 और 27 के तहत एफआईआर दर्ज की गयी।
कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बरार ने रविवार (29 मई 2022) शाम एक फेसबुक पोस्ट में मूसे वाला की हत्या की जिम्मेदारी ली। गोल्डी बरार (Goldie Brar) गैंग लीडर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वो गायक की हत्या में शामिल था। पंजाब पुलिस ने अब तक कहा है कि शुरूआती जांच में कहा कि ये गिरोहों के बीच प्रतिद्वंद्विता का नतीज़ा है।
ये वारदात पंजाब पुलिस द्वारा सिद्धू मूसे वाला समेत 424 लोगों की सुरक्षा वापस लेने के ठीक दो दिन बाद हुई। सिद्धू मूसे वाला ने इस साल के पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) में कांग्रेस के टिकट पर मानसा से चुनाव लड़ा था और वो आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विजय सिंगला (Vijay Singla) से हार गये थे। विजय सिंगला को हाल ही में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था।